प्रदूषण नियंत्रण में हमारी जिम्मेदारी
ठोस पहल हो
नैन्सी धीमान, अम्बाला शहर
सामूहिक कर्तव्य
प्रदूषण से निजात पाने के लिए, पर्यावरण के रक्षकों को पेड़ों को न सिर्फ काटना बंद करना होगा अपितु पौधारोपण कार्यक्रमों की गति और बढ़ानी होगी। हम जानते हैं कि वायु प्रदूषण में सर्वाधिक भूमिका वाहन प्रदूषण की है। इस तथ्य के दृष्टिगत हमें निजी वाहनों का उपयोग कम से कम करके सार्वजनिक परिवहन से काम चलाना सीखना होगा। छोटी दूरी पैदल अथवा साइकिल से तय करके भी हम अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी निभा सकते हैं। फसल अवशेष जलाने वालों की मुखबिरी के जरिए भी प्रदूषण नियंत्रण में हिस्सा लिया जा सकता है। आम नागरिकों का फ़र्ज़ बनता है कि राजनेताओं को प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने के लिए बाध्य करें।
ईश्वर चन्द गर्ग, कैथल
लोग आगे आएं
कु. रिया पुहाल, पानीपत
जिम्मेदार हो व्यवहार
पूनम कश्यप, नयी दिल्ली
सबका दायित्व
प्रदूषण नियंत्रण दुनियाभर के देशों के लिए चिंता का विषय है। भारत में भी महानगरों की दशा शोचनीय है। भौतिकवाद की अंधाधुंध दौड़ ने आदमी को स्वार्थी बना दिया है। अब ज़हरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होकर तिल-तिल मर रहे हैं। वाहनों की बढ़ती संख्या ने हमारा जीवन नारकीय बना दिया है। इसके अलावा औद्योगिक प्रदूषण, कूड़ा-कचरे का सही निस्तारण न होना अंधाधुंध वृक्षों व प्राकृतिक संसाधनों का दोहन व्यक्ति अपने भविष्य को अंधकारमय बना रहा है। आज का आदमी व्यक्तिवादी विकास के चक्कर में सार्वभौमिक संसाधनों का दुरुपयोग कर रहा है। सबको मिलकर पर्यावरण के प्रति अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
विजेन्द्र कुंडू, चंडीगढ़
भावी पीढ़ी की सोचें
राजेश कुमार चौहान, जालंधर
पुरस्कृत पत्र
छोटे-छोटे प्रयास हों
हमारी दिनचर्या निर्धारित करती है कि हम प्रदूषक हैं कि नहीं। दैनिक कार्यकलापों में संसाधनों का दुरुपयोग या बर्बादी ही प्रदूषण है। हम कम उपयोग, पुन: उपयोग एवं पुनर्चक्रण के मंत्र को किताबों से निकाल कर जीने का सिद्धांत बनायें। जिम में कसरत से बेहतर है कि आस-पास का सफर पैदल या साइकिल से तय करें। रसोई के गीले कूड़े से खाद बनायें। ऊर्जा कुशल उपकरण अपनाएं। खरीदारी के लिए घर से कपड़े का थैला लेकर चलें। धूम्रपान से वायु और गुटखा, खैनी आदि से प्लास्टिक प्रदूषण होता है, इन्हें तुरंत छोड़ें। घर या दुकान में अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण न करें। इससे सड़कों की चौड़ाई घटती है तथा ट्रैफिक जाम और प्रदूषण बढ़ता है।
बृजेश माथुर, गाजियाबाद, उ.प्र.