महज एक किस्त थी बकाया, बैंक ने दी ट्रैक्टर छीनने की धमकी तो किसान ने की आत्महत्या
अबोहर, 29 मार्च (निस)
फसल खराब होने के कारण लोन पर लिए ट्रैक्टर की एक किश्त नहीं चुका पाने पर बैंक वालों ने जबरदस्ती ट्रैक्टर ले जाने और बकाया किश्त के लिए बार-बार दबाव बनाकर परेशान करने से आहत होकर एक किसान ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली। घटना पड़ोसी शहर श्रीगंगानगर के गांव बींझबायला कस्बे की है। पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान पर बैंक वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यहां के निवासी करीब 55 वर्षीय बनवारी लाल सुथार की कल देर शाम श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
पुलिस को दी रिपोर्ट में विरेन्द्र सुथार ने बताया कि उसके पिता बनवारी लाल ने वर्ष 2021 में पदमपुर में आईसीआईसीआई बैंक शाखा से लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदा था। उसके बाद लोन की छमाही किश्त लगातार जमा होती रही। अक्टूबर 2024 में फसल खराब होने के कारण उसके पिता एक किश्त अदा नहीं कर पाए। उसके बाद बैंक की तरफ से जगमीत सिंह निवासी डेलवां, बैंक अधिकारी कुलदीप सिंह, सुरेंद्र चौहान निवासी रायसिंह नगर और युवराज बिश्नोई लगातार किश्त वसूली के लिए उनके घर के चक्कर लगा रहे थे। इन्होंने उसके पिता को धमकी देते हुए कहा कि अगर शीघ्र ही किश्त जमा नहीं करवाई तो वह जबरन ट्रैक्टर ले जाएंगे। जिस पर उसके पिता ने बार-बार आग्रह किया कि अप्रैल माह में नई फसल बेचकर वह किश्त जमा करवा देगा, लेकिन उक्त लोग परेशान करने के लिए बार-बार उनके घर आकर बैठ जाते थे। इस कारण उसके पिता मानसिक रूप से परेशान रहने लगे और 24 मार्च को उन्होंने खेत में किसी कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। घटना का पता चलते ही उसने अपने पिता को निकटवर्ती निरवाना के सरकारी अस्पताल में
भर्ती करवाया।