सिविल अस्पताल में मिली खामियां ही खामियां
मदन लाल गर्ग/ हप्र
फतेहाबाद, 2 जनवरी
नेशनल हेल्थ मिशन की टीम ने बृहस्पतिवार को सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। टीम से पहले सिविल अस्पताल का एनएचएम के डायरेक्टर डॉ. वीरेंद्र यादव ने निरीक्षण किया। इस पर डायरेक्टर ने डाक्टरों व कर्मचारियों से सवाल-जवाब किया। सफाई व्यवस्था को लेकर डायरेक्टर ने सभी को बुरी तरह हड़काया। इसके अलावा काफी जगह साइन बोर्ड तथा बिजली की व्यवस्था तक नहीं मिली। इस पर डायरेक्टर ने दो दिन का समय दिया और कहा कि दो दिन के अंदर साइन बोर्ड लगाकर इसकी फोटो उनको भेजें। अगर व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती है तो उच्चाधिकारियों को लिख दिया जाएगा। नेशनल हेल्थ मिशन के डायरेक्टर के अलावा दूसरी टीमें भूना, जाखल, रतिया व टोहाना आदि का निरीक्षण करने के लिए चली गई। डायरेक्टर के आने के कारण सिविल सर्जन डा. महेंद्र भादू, एसएमओ डा. बुधराम, डिप्टी सिविल सर्जन डा. मेजर शरद तुली, एनएचएम के नोडल अधिकारी भरत सहारण आदि मौजूद थे।
ब्लड बैंक में मिली खामियां
डायरेक्टर ने वैक्सीन सेंटर का निरीक्षण किया। यहां पर सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली। ब्लड बैंक के निरीक्षण के दौरान वहां पर रजिस्टर तक सही नहीं मिले। उसके बाद डॉ. वीरेंद्र यादव ने महिला रोग विशेषज्ञ के यहां निरीक्षण किया। यहां पर रजिस्टर की जांच की। गर्भवती महिलाओं के बीपी आदि की जांच की, लेकिन यहां पर बीपी से संबंधित रिपोर्ट सही न मिलने पर जवाब किए गए। कैंपस में सफाई सही न मिलने पर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। वहीं, कैंपस के अंदर लाइट व्यवस्था सही न होने पर जवाब मांगा। डायरेक्टर को देखकर अधिकारी व कर्मचारी भी समय पर जवाब नहीं दे पाए।
महिला वार्ड का किया निरीक्षण
डायरेक्टर ने महिला वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान सिजेरियन से डिलीवरी होने वाली महिला से बात की। सिजेरियन से पहले महिला का ब्लड साढ़े 10 ग्राम था, लेकिन बाद में साढ़े सात ग्राम हो गया। इसके बाद रिपोर्ट देखी। डाक्टरों ने कहा कि एक दिन छोड़कर जांच कर रहे है, जिसके बाद रुटीन में जांच करने के आदेश दिए। इसके अलावा यहां पर भी साइन बोर्ड तक नहीं मिला।
मीडिया से बात करते हुए डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि उनका मकसद केवल खामियां ढूंढ़ना नहीं है। जो कमियां हैं, उन्हें दूर करने में मदद करना मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी को देखते हुए इस महीने के अंत तक 777 मेडिकल अफसरों की भर्ती की जाएगी। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में स्थित बल्ड बैंकों का विस्तार करते हुए सभी जगह बल्ड कंपोनेंट मशीनें उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने माना कि फतेहाबाद सिविल अस्पताल का भवन पुराना हो गया है तथा नया बनने में अभी समय लगेगा। इसलिए जितना संभव हो सके उतना सुधार किया जाएगा, विशेषकर शौचालयों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पूरे अस्पताल परिसर में लाइट लगाई जाए, ताकि दूर से ही अस्पताल नजर आए। उन्होंने बताया कि उनकी टीम सिरसा, हिसार, फतेहाबाद के सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण कर रही है।