अर्थव्यवस्था के साथ पर्यावरण पर भी प्रभाव डालती है ऑनलाइन शॉपिंग : अभिषेक बंसल
भिवानी, 27 अक्तूबर (हप्र)
बदलते समय के साथ लोगों ने स्थानीय बाजारों से खरीदारी की बजाय ऑनलाइन शॉपिंग का रास्ता बहुत तेजी से अपनाया है, जिसका दुष्प्रभाव न केवल देश की अर्थव्यवस्था व पर्यावरण पर भी पड़ रहा है, बल्कि कई बार लोग धोखाधड़ी का शिकार भी हो रहे हैं।
ऐसे में भिवानी के व्यापारियों ने रविवार को शहर में डोर-टू-डोर अभियान चलाया तथा हाथ में बैनर, पट्टी लेकर नागरिकों को वोकल फॉर लोकल अपनाते हुए ऑनलाइन की बजाय स्थानीय बाजार से खरीदारी करने के लिए प्रेरित किया। जागरूकता अभियान चलाते हुए व्यापारी अभिषेक बंसल ने कहा कि जब हम स्थानीय दुकानों से सामान खरीदते हैं, तो हम अपने स्थानीय व्यापारियों और कारीगरों की आमदन में योगदान करते हैं।
इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होते हैं। यही नहीं, स्थानीय दुकानों से खरीदारी करने पर हम अपने आस-पास के लोगों से जुड़ते हैं।
इससे समाज में एकजुटता और सामुदायिक सहयोग की भावना भी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन खरीदारी के साथ परिवहन और पैकेजिंग से जुड़ी कई प्रक्रियाएं होती हैं, जो पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
ऐसे में नागरिक स्थानीय दुकानों से खरीदरी कर कम पैकेजिंग और कम दूरी के कारण पर्यावरण को होने वाला नुकसान को भी कम कर सकते हैं।
इस मौके पर व्यापारी राजेश सिंगला ने कहा कि स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प की खरीदारी से स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने में मदद मिलती है।
इससे समाज में सांस्कृतिक विविधता बनी रहती है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग में कई बार ग्राहक धोखाधड़ी का शिकार भी हो जाते हैं।