सिंघू की तर्ज पर शंभू बाॅर्डर पर बसाया पांच किलोमीटर का नगर
अशाेक प्रेमी/निस
राजपुरा, 17 फरवरी
संयुक्त किसान मोर्चा को मांंगों को लेकर दिल्ली जाते वक्त हरियाणा पुलिस की ओर से रोके जाने पर पंजाब-हरियाणा की सीमा शंभू बाॅर्डर पर पंजाब के अलग-अलग स्थानों से पहुंचे हजारों किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रालियों व खुले आसमान को अपना आशियाना बना लिया है। हर ट्रैक्टर ट्राली के पास गैस सिलेंडर, चूल्हे के साथ राशन की भी व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग के पांच किलोमीटर एरिया में अस्थायी तौर पर नगर बसाया गया है। किसानों के लिए पानी के टैंकरों की व्यवस्था की गई है जो सड़क पर ही नहाकर अपनी-अपनी ट्राली में तैयार होकर धरने में शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा बड़े स्तर पर भी दूध, खीर, जलेबी, पूरी-छोले, पेय पदार्थ के अलावा दाल-रोटी का लंगर सारा दिन चलता रहता है। इसके लिए महिलाएं भी पूरी तरह डटी हुई हैं। रात्रि के समय भी ज्यादातर किसान अपने वाहनों में सोते हैं और बाकी के बिस्तर लगाकर सड़कों पर ही खुले आसमान के नीचे सो जाते हैं। इसके अलावा किसानों का ही सिक्योरटी विंग भी बनाया गया है जो सफाई व्यवस्था तो करते हैं वहीं रात के समय पहरा भी दे रहे हैं।
शंभू बाॅर्डर पर ही अस्थायी क्लीनिक तैयार किए गए हैं जिनमें हर सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। अगर किसी भी किसान की तबियत ज्यादा खराब होती है तो वहां पर 10 से ज्यादा एम्बुलेंस मौजूद हैं जो फौरन मरीज को किसी बड़े अस्पताल में उपचार के लिए ले जाती हैं।
यह रहेगा रूट प्लान
राष्ट्रीय राजमार्ग शंभू टोल प्लाजा से अम्बाला से दिल्ली जाने के लिए बदले रास्ते के अनुसार पहला रूट-शंभू-राजपुरा से बनूड़ एयरपोर्ट रोड से होते हुए डेराबस्सी से अम्बाला, दूसरा रूट-बनूड़ पंचकूला से नाडा साहिब, बरवाला के रास्ते अम्बाला व दिल्ली, तीसरा रूट राजपुरा से पटियाला होते हुए पिहोवा के रास्ते दिल्ली, चौथा रूट राजपुरा-पटियाला से 152डी एक्सप्रेस रोहतक दिल्ली वाला रास्ता अपनाया जा सकता है। इसके लिए शंभू बाॅर्डर से पहले बनूड़ तेपला मार्ग के अलावा घनौर बहादरगढ़ का मार्ग भी अपनाया जा सकता है। इसके लिए शंभू पुलिस भी हर यात्री की सुरक्षा व उन्हें मंजिल तक पहुंचाने के लिए सेवा का कार्य कर रही है।