हरियाणा कांग्रेस की तीन कमेटियों के पदाधिकारी तय करेंगे चुनावों का रोडमैप
चंडीगढ़, 16 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों का रोडमैप तय करने के लिए 17 फरवरी को नई दिल्ली में अहम बैठकें बुलाई हैं। चुनावों के लिए गठित की गई तीन कमेटियों के पदाधिकारियों की बैठक में चुनावी मुद्दों, प्रत्याशियों का चयन और चुनावी घोषणा-पत्र पर मंथन होगा। प्रदेश इलेक्शन कमेटी, राजनीतिक मामलों की कमेटी और चुनावी घोषणा-पत्र कमेटी की ये बैठकें हरियाणा प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की अध्यक्षता में होंगी।
बैठक में पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, सांसद दीपेंद्र हुड्डा सहित तीनों कमेटियों के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया है। इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन उदयभान, राजनीतिक मामलों की समिति के चेयरमैन दीपक बाबरिया और अनुशासन समिति की चेयरपर्सन पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल हैं। इन कमेटियों में एसआरके ग्रुप के कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी के अलावा उनके समर्थक भी शामिल हैं। कमेटी के सभी सदस्यों को बैठक में बुलाया है ताकि चुनावों का खाका तैयार किया जा सके। इससे पहले इन कमेटियों की बैठकें 12 व 13 फरवरी को चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में होनी थी, लेकिन किसान आंदोलन के चलते बैठकों को स्थगित किया गया। अब ये बैठकें नयी दिल्ली में होंगी। कांग्रेस ने लोकसभा की सभी दस सीटों के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन भी मांगे थे। इन सीटों के लिए 320 से अधिक नेताओं ने आवेदन किया है। रोहतक पार्लियामेंट में सबसे कम तीन और सोनीपत में सर्वाधिक 79 नेताओं ने टिकट के लिए दावा किया है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अंबाला और सिरसा पार्लियामेंट क्षेत्र में भी टिकट के दावेदारों की संख्या चालीस से अधिक है। गुरुग्राम और फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में 11-11 नेताओं ने टिकट की मांग की है। गुरुग्राम से कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र कुमार भारद्वाज चुनाव लड़ना चाहते हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को दसों सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था। कांग्रेस इस बार और भी मजबूती के साथ लोकसभा चुनावों के लिए मैदान में उतरने की तैयारी में है। इसके लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
बैठक से पहले कैप्टन अजय यादव ने दिया इस्तीफा
पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया की कार्यशैली से नाराज़ चल रहे पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने राजनीतिक मामलों की समिति और स्टेट इलेक्शन कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। वे दोनों कमेटियों में बतौर सदस्य शामिल थे। शनिवार को होने वाली बैठक से पहले उन्होंने कमेटियों से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से आवेदन करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया था कि वे वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें आवेदन करने की जरूरत नहीं है। यहां से महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह द्वारा टिकट की मांग करने से भी अजय यादव खफा हैं। पिछले दिनों वे राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। राहुल से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि वे गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे ही नहीं। 2019 में कैप्टन ने यहां से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उनके पुत्र और रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव घोषणा-पत्र कमेटी के सदस्य हैं। हालांकि उन्होंने इस कमेटी से इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन वे शनिवार की बैठक में शामिल नहीं होंगे।