व्यक्तित्व विकास में एनएसएस की अहम भूमिका: काम्बोज
हिसार, 23 अक्तूबर (हप्र)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय सभागार में सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। छात्र कल्याण निदेशालय, राज्य एनएसएस इकाई तथा उच्च शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर का थीम ‘यूथ फॉर माई भारत और यूथ फॉर डिजिटल लिटरेसी रखा गया है। कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कहा कि युवाओं के व्यक्तित्व विकास में एनएसएस की अह्म भूमिका है। भारत एक युवाओं का देश है। देश विकसित राष्ट्र तभी बनेगा जब भारत का युवा जागरूक होगा। एनएसएस युवाओं को समाज सेवा के महत्व, नेतृत्व क्षमता का विकास, समाज के कमजोर वर्ग की मदद तथा शारीरिक व मानसिक विकास की तैयारी पर जोर देता है। विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास एवं सामुदायिक सेवा की भावना विकसित करके हम समाज व राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता शिविर में स्वयंसेवकों को समाज के प्रति अपने दायित्वों एवं वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को व्यापकता से समझने में मदद मिलेगी।
कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा ने बताया कि शिविर में अलग-अलग राज्यों की संस्कृति को समझने का भी अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने युवाओं को अपनी ऊर्जा का सही दिशा में प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में छात्रा प्रीति, पल्लवी, यामिनी व विजेता ने राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत गाया।
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. मदन खीचड़ ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय एकता शिविर के माध्यम से राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेवारी एवं निस्वार्थ सेवा के बारे में प्रेरित किया जाएगा। शिविर में लघु भारत को दर्शाते हुए 17 राज्यों से 200 स्वयंसेवक भाग ले रहें हैं जिनमें कर्नाटक, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, नार्थ-ईस्ट स्टेट, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व हरियाणा राज्य शामिल है।