क्रिटिकल केयर पर अब विशेष ध्यान देने की जरूरत : डॉ. बलबीर
संगरूर, 3 नवंबर (निस)
इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन की पटियाला इकाई ने माता कुशलिया अस्पताल पटियाला में ‘क्रिटिकल केयर: रीचिंग आउट टू मदर्स’ विषय पर एक दिवसीय सीएमई का आयोजन किया। (सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि जब कोरोना महामारी आई तो हमारे पास स्वास्थ्य देखभाल के लिए तो काफी कुछ था, लेकिन क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मेडिकल स्नातक के लिए बुनियादी क्रिटिकल केयर प्रशिक्षण होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्नातक के लिए न केवल क्रिटिकल केयर बल्कि बुनियादी जीवन कौशल प्रशिक्षण भी अनिवार्य है क्योंकि किसी भी दुर्घटना के दौरान प्राथमिक उपचार बहुत महत्वपूर्ण है जो कीमती जिंदगियों को बचा सकता है।
डॉ. बलबीर सिंह ने मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ से हर जरूरतमंद को क्रिटिकल केयर सेवा प्रदान करने का आह्वान किया और कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े स्टाफ को नई आवश्यकताओं के अनुसार अपने नैदानिक कौशल में सुधार करने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करते रहना चाहिए। उन्होंने पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि मरीजों पर कोई वित्तीय बोझ डाले बिना विश्व मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। गौरतलब है कि सम्मेलन का आयोजन अध्यक्ष डाॅ. हरिंदर पाल सिंह और समन्वयक डॉ. त्रिपत और डॉ. वनीत कौर द्वारा किया गया, जिसमें पटियाला के प्रसिद्ध डॉक्टरों ने भाग लिया। इस अवसर पर माता कुशलिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जगपालिंदर सिंह ने अस्पताल में आईसीयू और एनआईसीयू सुविधाएं शुरू होने और इससे लोगों को होने वाले फायदे के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन पटियाला डाॅ. जितेंद्र कांसल, हेड गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एनेस्थीसिया डॉ. प्रमोद कुमार, पंजाब मेडिकल काउंसिल के सदस्य डॉ राकेश अरोड़ा एवं डॉ. विकास गोयल सहित बड़ी संख्या में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे।