अब 25 को गोहाना में होगी प्रधानमंत्री मोदी की रैली
चंडीगढ़, 19 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का कार्यक्रम बदल गया है। अब यह रैली एक दिन पहले 25 सितंबर को होगी। रैली के कार्यक्रम तथा स्थल में बदलाव करके भाजपा हरियाणा को बड़ा संदेश देना चाहती है। पहले प्रधानमंत्री मोदी को 26 सितंबर को सोनीपत के राई स्थित राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में रैली को संबोधित करना था। इसके लिए भाजपा की हरियाणा इकाई द्वारा तैयारियां शुरू की जा चुकी थी। करीब एक सप्ताह पहले रैली के कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया है। अब यह रैली 26 की बजाय 25 सितंबर को होगी। 25 सितंबर को पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के जन्म के उपलक्ष्य में सम्मान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय का भी जन्म दिवस होता है। हरियाणा में पूर्व सरकारों के समय में ताऊ देवीलाल के नाम पर ढेरों योजनाएं चलाई गईं। पिछले दस वर्षों में भाजपा के कार्यकाल के दौरान हरियाणा समेत पूरे देश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कई योजनाएं चलाई गईं।
25 सितंबर को अब प्रधानमंत्री सोनीपत की बजाय गोहाना में आएंगे। 25 सितंबर को हरियाणा की धरती पर प्रधानमंत्री को बुलाकर भाजपा दो बड़े नेताओं के माध्यम से हरियाणा में एक साथ कई जातियों को साधने का काम करेगी। अब यह रैली गोहाना में रोहतक-पानीपत हाईवे के बाईपास के पास हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की खाली जगह में होगी। लोकसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री मोदी ने इसी जगह रैली को संबोधित किया था। भाजपा नेताओं का तर्क है कि पहले 26 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी की रैली के लिए राई विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी एजुकेशन सिटी को चिह्नित किया था। यह जगह जिले के अंतिम छोर से है और दिल्ली से सटी है। यहां पर 22 विधानसभा क्षेत्रों से कार्यकर्ताओं को पहुंचने के लिए अधिकतर दूरी तय करनी पड़ती। जिसमें काफी समय और कार्यकर्ताओं को दिक्कत हो रही थी। जब इस समस्या पर गौर किया गया तो केंद्रीय नेताओं की राय पर रैली स्थल में बदलाव कर दिया गया। गोहाना रैली के माध्यम से प्रधानमंत्री 22 विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में राई से भाजपा जीती थी। गोहाना विधानसभा क्षेत्र में 2005 से कांग्रेस जीतती आ रही है। ऐसे में भाजपा ने कांग्रेस के गढ़ में प्रधानमंत्री की रैली करवाने का निर्णय लिया।