अब सिर्फ केजरीवाल की भूमिका की जांच बाकी : सीबीआई
नयी दिल्ली, 6 जुलाई (एजेंसी)
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को स्पष्ट किया कि अन्य सभी आरोपियों की भूमिका की जांच पूरी हो गई है। उसने कहा कि आबकारी नीति मामले के संबंध में केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका की जांच की जा रही है। सीबीआई के वकील एडवोकेट डीपी सिंह ने कहा कि गिरफ्तारी के कारणों के बारे में सुप्रीम कोर्ट को बताएंगे। उधर, मामले में आरोपियों मनीष सिसोदिया और के कविता के वकीलों ने शनिवार को आरोप लगाया कि सीबीआई बयानों को गलत तरीके से गढ़ रही है और गुमराह कर रही है। इस बीच, विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य आरोपियों की न्यायिक हिरासत 15 जुलाई 2024 तक बढ़ा दी। इस बीच, कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को विधायक निधि से अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास से संबंधित दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने की भी अनुमति दी। कोर्ट ने उन्हें अपने परिवार के खर्चों के लिए बैंक चेक पर हस्ताक्षर करने की भी अनुमति दी।
अरविंद राजनीतिक षडयंत्र के शिकार : सुनीता
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने शनिवार को आरोप लगाया कि उन्हें (अरविंद केजरीवाल को) ‘गहरी राजनीतिक साजिश’ का शिकार बनाया गया है और ईडी ने एक गवाह के झूठे बयान के आधार पर आबकारी नीति मामले में उन्हें गिरफ्तार किया। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि ईडी ने अरविंद केजरीवाल को तेदेपा के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बयान के आधार पर गिरफ्तार किया था। तेदेपा सत्तारूढ़ राजग का घटक दल है।
चिकित्सा रिकॉर्ड उपलब्ध कराने की अनुमति मिली
राष्ट्रीय राजधानी स्थित एक अदालत ने शनिवार को जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता को उनके चिकित्सा रिकॉर्ड उपलब्ध कराने की अनुमति दे दी और उन्हें उनकी ओर से मेडिकल बोर्ड या डॉक्टरों से स्वतंत्र रूप से सलाह लेने की अनुमति भी दे दी। हालांकि, अदालत ने केजरीवाल की उस अर्जी को खारिज कर दिया जिसमें चिकित्सकों से परामर्श के दौरान सुनीता केजरीवाल को उनकी ‘अटेंडेंट’ के तौर पर शामिल करने की अनुमति देने के लिए जेल अधिकारियों को निर्देश दिए जाने का आग्रह किया गया था।