अब जींद सिविल अस्पताल में होगी हेपेटाइटिस की जांच
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 20 जनवरी
सीएचसी उचाना में पिछले 4 साल से चल रही जींद जिले की आरटीपीसीआर लैब अब जींद के सिविल अस्पताल में शिफ्ट होगी। कोरोना काल में सितंबर 2020 में जींद जिले की आरटीपीसीआर लैब सीएससी उचाना में स्थापित की गई थी। इस पर 30 लाख रुपये खर्च हुए थे। अब आरटीपीसीटी लैब को जींद के सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए डॉअजय चालिया, डॉ जेके मान, डॉ सोनम सिंगल की तीन सदस्यीय कमेटी ने सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में बंद पड़े नेत्र विभाग के ऑपरेशन थियेटर, तीसरी मंजिल पर बने सेंट्रल स्टोर और एमरजेंसी वार्ड के पास के मेडिसिन स्टोर का निरीक्षण किया है। इन तीनों में से किसी एक स्थान पर आरटीपीसीआर लैब बनाई जाएगी।
आरटीपीसीआर लैब में पहले कोरोना वायरस की जांच होती थी। अब इस लैब में हेपेटाइटिस ए और बी की जांच होती है। सैंपल देने वाले को हेपेटाइटिस ए या बी है, तो उसमें वायरल लोड कितना है, यह आरटीपीसीआर लैब अपनी जांच में बताती है। इस लैब के जींद के सिविल अस्पताल में शिफ्ट हो जाने के बाद पूरे जिले के सैंपल जींद के सिविल अस्पताल में जांच के लिए लाए जाएंगे।
महानिदेशक के आदेश पर हो रही शिफ्ट
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक ने आदेश दिए हैं कि सभी लैब एक छत के नीचे हों। इन आदेशों के तहत ही उचाना से लैब को जींद सिविल अस्पताल में शिफ्ट करने की कवायद शुरू की गई है।