अब पार्टी में विरोधियों से सख्ती के साथ निपटेगी कांग्रेस
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 7 अगस्त
हरियाणा कांग्रेस के नेताओं के बीच चल रही गुटबाजी पर राहुल गांधी ने कड़ा नोटिस लिया है। उन्होंने नेताओं को दो-टूक कहा, सभी मिलकर चलें। ओवर-कांफिडेंस में न रहें। ग्राउंड पर काम करेंगे तो ही जीत हासिल होगी। सबकुछ इतना आसान भी नहीं है। सभी को मिलकर चलना होगा और एंटी पार्टी गतिविधियों पर कड़ी नजर रहेगी। हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया को भी कहा है कि वे हरियाणा में कोई ऐसा उदाहरण सैट करें ताकि अनुशासनहीनता करने वालों को कड़ा सबक मिल सके।
2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में सोमवार को नयी दिल्ली स्थित 24 अकबर रोड (कांग्रेस मुख्यालय) में यह बैठक हुई। बैठक में राहुल गांधी के अलावा संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया मौजूद रहे। बैठक में हुड्डा और एंटी हुड्डा खेमे के नेताओं ने गुटबाजी के भी आरोप लगाए। साथ ही, प्रदेश नेतृत्व पर भी सवाल उठे।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने के अलावा उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान को लेकर भी अधिकांश नेता बधाई देते और प्रशंसा करते रहे। राहुल ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर किसी भी नेता को दिक्कत है तो पार्टी प्लेटफार्म पर अपनी बात रखें। मीडिया में जाने की जरूरत नहीं है। ऐसा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
बताते हैं कि राहुल गांधी ने बैठक में यहां तक कहा है कि अगर चुनाव जीतना है तो सभी नेताओं को न केवल साथ चलना होगा बल्कि सभी वर्ग के लोगों को भी साथ जोड़कर चलना होगा। एक वर्ग विशेष से किसी को फायदा नहीं होगा। माना जा रहा है कि सोमवार की बैठक में जिस तरह से नेताओं को बुलाया गया था, उससे पार्टी 36 बिरादरी के नेतृत्व का ही संदेश दे रही थी। प्रदेश से कुल 43 नेताओं को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा व राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र राठौर बैठक में नहीं पहुंच सके। पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में माहौल कांग्रेस के पक्ष में है। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने कहा कि पार्टी लोकसभा की सभी दस सीटों पर जीत हासिल करेगी। राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सभी समाज के लोगों को साथ लेकर चलना होगा तभी पार्टी सत्ता में आ पाएगी। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा से जुड़ा सर्वे मीटिंग में रखा और दावा किया कि प्रदेश में पार्टी के पक्ष में जबरदस्त लहर है। पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा सबसे अधिक समय तक बोले और उन्होंने अंग्रेजी में अपनी पूरी बात पार्टी नेतृत्व के सामने रखी।
सितंबर में बन जाएगा संगठन
बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सहित अधिकांश नेताओं ने संगठन गठन का मुद्दा उठाया। इस पर राहुल ने केसी वेणुगोपाल को कहा कि अगस्त में ही संगठन का काम निपटाया जाए। इसके बाद प्रभारी की रिपोर्ट पर वेणुगोपाल ने कहा कि 10 सितंबर तक पहली लिस्ट जारी कर दी जाएगी। सितंबर के आखिर तक प्रदेश में पूरा संगठन खड़ा कर दिया जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष ने जब हरियाणा से भेजी सूची का जिक्र किया तो राहुल ने कहा, मल्लिकार्जुन खरगे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और प्रदेश संगठन का फैसला करना पीसीसी का काम है। खड़गे ने कहा, सही लिस्ट भेज तो हम तुरंत जारी कर देंगे। दूसरे राज्यों में भी संगठन बनाया है, हरियाणा में क्या परेशानी है।
एंटी हुड्डा खेमे ने उठाए सवाल
सूत्रों का कहना है कि एंटी हुड्डा खेमे के नेताओं ने बैठक में स्टेट लीडरशिप पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर चलना होगा। एक वर्ग विशेष से काम नहीं चलेगा। हुड्डा खेमे के नेताओं ने कहा कि हुड्डा व उदयभान की लीडरशिप में दो दर्जन से अधिक पूर्व मंत्री-पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल हुए हैं। किरण चौधरी ने कहा कि दूसरे दलों से आने वालों में अधिकांश वे हैं, जो रिटायर हो चुके हैं। ऐसे लोग कब दूसरे दलों में चले जाएंगे, कुछ नहीं पता। वहीं सोनीपत विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा, नेता कभी रिटायर नहीं होते। दूसरे दलों से कांग्रेस में आने वाले नेताओं को मान-सम्मान मिलना चाहिए। कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष रामकिशन गुर्जर और सुरेश गुप्ता ने कहा कि एक समाज से काम नहीं चलेगा। इसी तरह राष्ट्रीय सचिव चेतन चौहान ने भी गुटबाजी का मुद्दा उठाया। कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष श्रुति चौधरी ने कहा कि एक आदमी से बात नहीं बनेगी। पार्टी में सभी चेहरे दिखाई देने चाहिएं। लीडरशिप सभी को साथ लेकर चले।
ये नेता रहे मौजूद : प्रभारी दीपक बाबिरया ने फोन करके इस बैठक के लिए कुल 43 नेताओं को आमंत्रित किया था। राष्ट्रीय महासचिव व छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी सैलजा बाहर होने की वजह से बैठक में नहीं आ पाईं। बैठक में बाबरिया ने इसकी सूचना दी। वहीं राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र राठौर भी नहीं पहुंच सके। पार्टी के अग्रणी संगठनों – सेवादल, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई को बैठक में नहीं बुलाया गया। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, किरण चौधरी, फूलचंद मुलाना, धर्मपाल सिंह मलिक, कुलदीप शर्मा, हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा, अशोक अरोड़ा, डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान, महेंद्र प्रताप सिंह, कैप्टन अजय यादव, आफताब अहमद, भारत भूषण बतरा, जयप्रकाश ‘जेपी’, चंद्रमोहन बिश्नोई, गीता भुक्कल, राव दान सिंह, शकुंतला खटक, जयवीर वाल्मीकि, बिशनलाल सैनी, कुलदीप वत्स, नीरज शर्मा, रामकिशन गुर्जर, शमशेर सिंह गोगी, सरदार जरनैल सिंह, बजरंग दास गर्ग, हरपाल सिंह, सुरेश गुप्ता, सुरेंद्र पंवार, चंद्रप्रकाश, अमित यादव, श्रुति चौधरी, जितेंद्र भारद्वाज, चेतन चौहान, प्रदीप नरवाल, आशीष दुआ, विनित पूनिया व कर्नल (सेवानिवृत्त) रोहित चौधरी बैठक में मौजूद रहे।
सर्वे के आधार पर मिलेगी टिकट
बैठक में दूसरे दलों से आने वाले नेताओं का भी मुद्दा गरमाया रहा। यह मामला भी उठा कि हलकों में अभी से उम्मीदवार घोषित किए जा रहे हैं। बताते हैं कि इस पर नेतृत्व की ओर से दो-टूक कहा गया कि टिकट आवंटन में कोटा सिस्टम नहीं चलेगा। उम्मीदवारों के लिए बाकायदा सर्वे होगा और जिताऊ व मजबूत चेहरों को ही मैदान में उतारा जाएगा। महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह ने कहा कि चुनाव में टिकट च्वाइस पर नहीं बल्कि मैरिट पर मिलनी चाहिएं। राहुल गांधी ने कहा, केवल चुनावों के समय जनता के बीच जाने से काम नहीं चलेगा। लोगों के बीच ही रहना होगा तभी पार्टी मजबूत होगी। बादली विधायक कुलदीप वत्स ने कहा, अगर प्रदेश में नेताओं की आपसी बयानबाजी बंद हो जाए तो पार्टी विधानसभा की नब्बे में से 80 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है।