मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

गायों की ही नहीं, बुजुर्गों की भी आज घरों में कोई कद्र नहीं : धर्मबीर मिर्जापुर

10:42 AM Nov 11, 2024 IST
लाडवा में रविवार को पत्रकारों से बात करते पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन धर्मबीर मिर्जापुर।-निस

लाडवा, 10 नवंबर (निस)
पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मबीर मिर्जापुर ने कहा कि गायों की नहीं, बल्कि उन बुजुर्गों की भी आज घरों में कोई कद्र नहीं है, जो लाचार हो चुके हैं, कुछ कमा नहीं पाते। बीमारी के चलते खर्च करवाते हैं। यही हाल गौ माता का है। जब तक गौ माता दूध देती है, उसकी सेवा होती है। जैसे ही दूध देना बंद कर दिया गौ माता को घर से खदेड़ दिया जाता है। यही कारण है कि आज गौ माता को गौशालाओं व बुजुर्गों को वृद्धाश्रमों का सहारा लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तो गौ माता व बुजुर्गों के लिए बहुत कुछ कर रही है, लेकिन समाज को भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ना चाहिए। धर्मबीर सिंह मिर्जापुर लाडवा में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने अखंड हनुमान गौशाला में जाकर गौ पूजन किया व गायों को हरा चारा भी खिलाया।
उन्होंने कहा कि गौ माताओं को सड़क पर छोड़ने की परंपरा कोई नयी नहीं है। यह परंपरा भी बहुत पुरानी है। हम बचपन से देखते आ रहे हैं कि दूध देना बंद करने के बाद लोग गायों को घर से निकाल देते थे। जैसे घरों में बुजुर्गों का, उसी प्रकार गौ माता का सम्मान खत्म होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले गौशालाओं के लिए गौ सेवा आयोग का केवल 40 करोड़ रुपये बजट था, लेकिन भाजपा सरकार ने इसको सीधे 10 गुणा बढ़ाकर सवा चार सौ करोड़ रुपये करने का काम किया है। यही नहीं यदि कोई नयी गौशाला बनाता है तो उसके लिए भी सरकार दस लाख रुपये गौशाला में शैड आदि बनाने के लिए देने का काम कर रही है। पंचायत भी कमेटी बनाकर अपने गांव में गौशालाएं खोल सकती हैं ताकि सड़क पर गौ माता को धक्के न खाने पड़ें। इसी प्रकार बुजुर्गों के लिए भी भाजपा सरकार बुढ़ापा पेंशन में बढ़ोतरी करने के साथ बसों में फ्री यात्रा, आयुष्मान कार्ड बनाकर उनका फ्री इलाज करवाने का कार्य कर रही है, ताकि बुजुर्गों को वृद्धाश्रमों का सहारा न लेना पड़े। इस अवसर पर उनके साथ लाडवा पशु अस्पताल के पशु चिकित्सक अधिकारी डा. प्रवीण, विशेष अधिकारी मुल्तान सिंह, मथाना के सरपंच प्रतिनिधि रविंद्र कुमार, राज कुमार शर्मा, मदन लाल शर्मा मुख्य रूप से मौजूद थे।

Advertisement

Advertisement