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सोपू को छोड़ किसी ने नहीं लगाया तंबू

09:10 AM Sep 03, 2024 IST
सोपू को छोड़ किसी ने नहीं लगाया तंबू
चंडीगढ़ में सोमवार को पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में सोपू के समर्थन में प्रचार करती छात्राएं। -दैनिक ट्रिब्यून

जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 सितंबर
पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में सभी छात्र संगठनों को टेंट लगाने के लिये पीयू प्रशासन की ओर से जगह अलॉट कर दी गयी है मगर दूसरे दिन भी छात्र संगठनों ने इसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं ली।
सोपू पार्टी को छोड़कर किसी भी छात्र संगठन ने अभी तक टेंट नहीं लगाया है। टेंट में टेबल और कुछ कुर्सियां लगाने की अनुमति है। लेकिन इस बार छात्र संगठन वोटरों से टेेंट लगाकर वोट की अपील करने की बजाय विभागों में जाकर और हॉस्टलों में घूमकर वोट मांग रहे हैं। इस बार छात्र संघ चुनाव में लगभग सभी पार्टियां बगावत और आपसी फूट के दो-चार हैं। एनएसयूआई राहुल नैन के नाम की घोषणा पर ही टूट गयी और पार्टी के चेयरमैन सिकंदर बूरा ने बगावत कर स्टूडेंट फ्रंट के नाम से अनुराग दलाल को मैदान में उतार दिया और साथ ही सोपू पार्टी के जश्नप्रीत सिंह को सचिव पद के लिये अपने साथ ले लिया। वहीं सीवाईएसएस इस बार भी सबसे खुफिया तरीके से प्रचार में लगी है। आप पार्टी का पूरा अमला भी परदे के पीछे से जीतोड़ कोशिशों में लगा है। यूआईएलएस के प्रिंस चौधरी जहां प्रधानी के लिये खड़े हैं वहीं उन्होंने एक नये से छात्र संगठन यूएसओ के करण भट्टी को उप-प्रधान और इनसो के विनीत यादव को सचिव एवं संयुक्त सचिव के पद एचपीएसयू के रोहित शर्मा को अपने साथ ले लिया। पूर्व सीनेटर नीरू मलिक और पीयू के डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स राकेश मलिक की बेटी अर्पिता मलिक एबीवीपी के बैनर तले सभी विरोधियों को कड़ी टक्कर दे रही है। पीयू के सबसे बड़े विभाग यूआईईटी से सोई पार्टी के तरुण सिद्धू चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन इस बार सोई भी कई चुनौतियों से जूझ रही है। वहीं दूसरी ओर एनएसयूआई अंदरखाते भितरघात से जूझ रही है। राहुल नैन के अलावा अर्चित गर्ग (उप-प्रधान), पारस पराशर (सचिव) और यश कपासिया (संयुक्त सचिव) का पैनल प्रचार में दिन-रात एक किये हुए है।
पंजाब से संबंध रखने वाले कांग्रेस नेता और कौंसिल में ओहदेदार रहे युवा नेता भी फूट के दिन से ही उलटी माला जप रहे हैं। अर्पिता के अलावा शिवनंदन, अभिषेक कपूर और जस्सी राणा की टीम हर प्रकार से कोशिश में है कि इस बार पीयू कैंपस में एबीवीपी का परचम लहराया जाये। एएसएफ की अलका, पीएसयू ललकार की साराह शर्मा, मुकुल और मंदीप भी प्रधानी के लिये खड़े हैं मगर इनके पीछे कितने लोग खड़े हैं ये तो पांच सितंबर को ही पता चल पायेगा।

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