मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

संतोष में अब ‘असंतोष’ नहीं, फिर से बढ़ाई सक्रियता

07:53 AM Dec 08, 2023 IST
संतोष चौहान सारवान
Advertisement

सुभाष चौहान/ हप्र
अंबाला, 7 दिसंबर
अम्बाला जिला के मुलाना हलके में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। 2014 में यहां से भाजपा टिकट पर विधायक रहीं संतोष सारवान का ‘असंतोष’ अब लगभग खत्म हो चुका है। वे फिर से एक्टिव हो चुकी हैं और एक बार फिर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बढ़ी दूरियों के चलते 2019 में संतोष सारवान का टिकट कट गया था।

राजबीर बराड़ा

संतोष सारवान इस दौरान एक्टिव भी नहीं रहीं, लेकिन अब एक बार फिर उन्होंने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा और संघ की रिपोर्ट में भी संतोष सारवान को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत चेहरा माना जा रहा है। बताते हैं कि संघ व पार्टी की अंदरुनी रिपोर्ट में उनका नाम शामिल है। वर्तमान में मुलाना सीट से कांग्रेस के वरुण चौधरी विधायक हैं। वहीं भाजपा के लिए यहां से पूर्व विधायक राजबीर बराड़ा एक बार फिर चुनावी रण में आना चाहते हैं।
2019 में भाजपा ने उन्हें मुलाना से टिकट दिया था, लेकिन पार्टी का यह दाव फेल हो गया। टिकट से वंचित रही संतोष चौहान सारवान एक बार फिर मुलाना हलके में फिर सक्रिय हो गई हैं। भले ही, मौका भारत संकल्प जनसवांद यात्रा का हो लेकिन सारवान ने हलके में अपने मायूस कार्यकर्ताओं की टीम को फिर से तैयार होने के संकेत दिए हैं। बीते दो दिनों में पूर्व विधायक न केवल सरकारी कार्यक्रमों में लोगों से मिल रही हैं बल्कि अपनों के घर जलपान कर उन्हें पार्टी के लिए खड़ा होने का पाठ पढ़ा रही हैं।
2014 विधानसभा चुनाव में मुलाना से भाजपा की टिकट पर जीत दर्ज करने वाली संतोष चौहान सारवान की छवि एक दबंग विधायक की रही हैं। मनोहर पार्ट-वन में संतोष चौहान सारवान ने हलके में लोगों की बेरोजगारी और बढ़ रहे नशाखोरी की आवाज को काफी प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने इन दोनों मुद्दों पर अपनी ही सरकार को नसीहत दे डाली थी। तब चर्चाएं थीं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और संतोष चौहान सारवान के बीच मनमुटाव पैदा हो गया था।
इसका खमियाजा उन्हें अपना टिकट कटवाकर भुगतना पड़ा। इसके बावजूद भी संतोष चौहान सारवान ने भाजपा से अपने आस्था नहीं तोड़ी और वे अपने निवास पर रहकर ही कार्यकर्ताओं से मिलती-जुलती रहीं। 2024 के चुनाव से पहले इस असंतुष्ट नेता ने पार्टी के लिए ताकत लगानी शुरू कर दी है और अपने कार्यकर्ताओं की एक बड़ी टीम को फिर से हलके में सक्रिय कर दिया है। यानी वे पूर्व विधायक राजवीर बराड़ा के सामने बड़ी चुनौती बन गई हैं।

Advertisement

मिला था अन्य दलों से ऑफर

चर्चाएं तो यहां तक है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा संतोष चौहान सारवान का टिकट कटने के बाद अन्य पार्टियों ने उन पर डोरे डालने शुरू कर दिए थे। उन्हें जननायक जनता पार्टी (जजपा) की तरफ से टिकट का ऑफर भी आया था, लेकिन उन्होंने कहा था कि वे भाजपा के साथ दिल से जुड़ी हैं। आखिर तक भाजपा में ही रहेंगी।

Advertisement
Advertisement