तकनीक कितनी भी विकसित क्यों न हो, शिक्षक का स्थान नहीं ले सकता गूगल
रोहतक, 5 सितंबर (हप्र)
राज्यपाल एवं महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्यवन से पूरा होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा, खास तौर पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में वर्ष 2025 तक नयी शिक्षा नीति को पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। राज्यपाल ने बताया कि इस संबंध में मदवि के कुलपति एवं अधिकारियों से बैठक कर विस्तृत भी चर्चा की है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। समारोह में राज्यपाल ने महान शिक्षक तथा भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर शिक्षकों को बधाई दी। दत्तात्रेय ने कहा कि तकनीक कितनी भी विकसित क्यों न हो जाए गूगल कभी शिक्षक का स्थान नहीं ले सकता। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने भौतिकी विषय के शिक्षक रमाया जी तथा तेलुगु भाषा के शिक्षक शेषाचारी को भाव प्रवण ढंग से याद किया। राज्यपाल ने स्वामी दयानंद सरस्वती के विचार तथा उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की बात कहते हुए सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सामाजिक जागृति अभियान प्रारंभ किए जाने का आह्वान किया। इससे पूर्व आज सुबह राज्यपाल ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में सावित्रीबाई फूले रीडिंग-कम-मल्टीपर्पज हॉल का शिलान्यास किया। समारोह में विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डा. शरणजीत कौर, संकायों के डीन, मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा एसोसिएट प्रोफेसर डा. दिव्या मल्हान भी मौजूद थे।
इन्हें मिला सम्मान
शिक्षक दिवस समारोह में शैक्षणिक, शोध, एनएसएस, यूथ रेडक्रॉस, सांस्कृतिक, खेल क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इमसॉर प्रोफेसर ए.के. राजन, गणित की प्रोफेसर डा. रेणु चुघ, इमसॉर के प्रोफेसर डा. ऋषि चौधरी, राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डा. रणबीर सिंह गुलिया, अंग्रेजी के प्रोफेसर डा. रणदीप सिंह राणा डा. के.के. शर्मा, डा. सर्वजीत सिंह गिल, डा. देवेन्द्र सिंह ढुल तथा जगबीर राठी को सम्मानित किया गया।