हरियाणा को कोई जमीन अलॉट नहीं की : कटारिया
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 17 नवंबर
पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने स्पष्ट किया है कि अलग विधानसभा भवन बनाने के लिए हरियाणा को चंडीगढ़ में कोई जमीन आवंटित नहीं की गई है। इस मुद्दे पर गरमायी सियासत के बीच राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार का एक प्रस्ताव काफी समय से लंबित है और अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
राज्यपाल कटारिया ने कहा कि जमीन आवंटन को लेकर अभी निर्णय लेने की स्थिति नहीं आई है, इसलिए अभी कुछ भी कहना जरूरी नहीं है। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया रविवार काे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एक अवॉर्ड समारोह में हिस्सा लेने आए थे। इस मौके पर उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
गौर हो कि हरियाणा सरकार ने अलग विधानसभा बनाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन से जमीन की मांग की है। इसके बदले हरियाणा यूटी प्रशासन को पंचकूला में जमीन देने को तैयार है। उधर, पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार कह चुकी है कि चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा के लिए जमीन नहीं देने दी जाएगी। राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा पिछले दिनों राज्यपाल से मिलकर हरियाणा सरकार की कोशिशों का विरोध कर चुके हैं। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी इसका विरोध किया है और पंजाब भाजपा के नेताओं ने भी कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
आप सांसद ने शाह को लिखा पत्र
चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हरियाणा को चंडीगढ़ में विधानसभा भवन के लिए दस एकड़ जमीन आवंटित करने के केंद्र के कथित कदम पर चिंता जताई। पत्र में कंग ने कहा कि चंडीगढ़ जिस जमीन पर बना है, वह कभी पंजाबी भाषी 50 गांवों की थी। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हरियाणा को जमीन आवंटित करने के कथित कदम से पंजाब के लोगों में व्यापक असंतोष पैदा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘यह घटनाक्रम पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में जमीन पर अतिक्रमण का प्रयास है।’ कंग ने इस मामले पर विस्तार से चर्चा करने के लिए गृह मंत्री के साथ तत्काल बैठक का अनुरोध किया और निष्पक्ष समाधान की मांग की।