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नहीं हो सका कोई भी निर्णय, अब 10 सितंबर को होगा महामंथन

07:42 AM Aug 25, 2023 IST
नहीं हो सका कोई भी निर्णय  अब 10 सितंबर को होगा महामंथन
जींद में बृहस्पतिवार को जाट धर्मशाला में आयोजित पंचायत में मौजूद पहलवान बजरंग पूनियन व खाप प्रतिनिधि। -हप्र
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दलेर सिंह/हप्र
जींद, 24 अगस्त
एशियाड गेम में फेडरेशन द्वारा 65 किलोग्राम भार वर्ग में बजरंग पूनिया का नाम बिना ट्रायल के भेजने पर खिलाड़ियों में हुए विवाद को निपटाने के लिए अब खाप पचायतें आगे आई हैं। बृहस्पतिवार को जींद शहर की जाट धर्मशाला में रामकुमार सोलंकी प्रधान 360 पालम खाप की अध्यक्षता में खाप चौधरियों की पंचायत हुई। इसमें बजरंग पूनिया व विकास कालीरमण भी मौजूद रहे। दोनों खिलाड़ियों के मध्य हुए इस विवाद का समाधान करवाने के लिए पंचायत में दर्जनभर से ज्यादा खाप चौधरी शामिल हुए। जिन्होंने पहलवानों के विवाद पर अलग-अलग मत दिए। इसमें कुछ खाप चौधरियों ने तो दोनों पहलवानों की कुश्ती करवाकर विजेता को एशियाड गेम में जाने पर सहमति दी तो कुछ ने इसमें देश का नाम रोशन करने के लिए जो बेहतर होगा, उसका समर्थन किया। इसके बावजूद भी इसमें खाप चौधरी अपना फैसला नहीं सुना सके। जिसके चलते अब दोबारा से जाट धर्मशाला में ही दस सितंबर को दोबारा से खाप चौधरी व पहलवान शामिल होकर अपना फैसला सुनाएंगे।

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‘सभी खाप चौधरी हों पंचायत में शामिल’

पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि इस खाप पंचायत में वह चेहरे नहीं दिखाई दे रहे जो उनको आंदोलन के दौरान मिले थे। इसलिए उन सभी खाप चौधरियों को भी पंचायत में शामिल किया जाए। जो इस खाप पंचायत में नहीं हैं। इस बात को लेकर कई खापों के चौधरियों ने नाराजगी भी जताई और कहा कि इससे साफ है कि बजरंग पूनिया को खाप पंचायतों पर विश्वास नहीं है। जब खाप चौधरी अपना फैसला लेने के लिए बंद कमरे में बैठक कर रहे थे तो उनके बाहर आने से पहले ही बजरंग पूनिया सभा से बाहर निकल गए। इसके बाद खाप चौधरियों ने दस सितंबर को दोबारा से पंचायत करने का निर्णय सुनाया।

पहलवान विशाल कालीरमण की आपत्ति..

खाप पंचायत में शामिल पहलवान विशाल कालीरमण ने अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि उनका चयन कुश्ती की पांच ट्रायल पास करने के बाद भी नहीं हुआ, जबकि बजरंग पूनिया को बिना ट्रायल ही एशियाड में भेजा जा रहा है।
उनको इसमें स्टैंड बाई के तौर पर रखा गया है। इस पर कालीरमण ने आपति जताई और मामले को अदालत में चुनौती दी हुई है। इससे पहले वह पंचायती तौर पर समाधान निकालने के लिए जुटे हुए हैं।
हालांकि विशाल कालीरमण दिल्ली में हुई एशियाई कुश्ती में वर्ष 2018 में सिल्वर पदक जीत चुका है, जबकि वर्ल्ड रैंकिग में भी उनको ब्रांज मेडल मिला है। इसके अलावा कालीरमण नेशनल स्तर पर हुई गेम्स में कई गोल्ड जीत चुके हैं।

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