लोकसभा स्पीकर पर सहमति नहीं, चुनाव आज
नयी दिल्ली, 25 जून (एजेंसी)
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच आम-सहमति नहीं बन सकी। अब भाजपा सांसद ओम बिरला का मुकाबला कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश के साथ होगा। बिरला और सुरेश ने मंगलवार को क्रमश: राजग और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के उम्मीदवारों के रूप में अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। लोकसभा में 48 साल बाद स्पीकर पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। कांग्रेस ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर कहा है कि लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान बुधवार सुबह 11 बजे से सदन में उपस्थित रहें।
इससे पहले विपक्षी नेताओं ने कहा था कि ‘इंडिया’ को उपाध्यक्ष पद दिया जाता है तो वह बिरला काे समर्थन देने को तैयार हैं। विपक्ष की ओर से कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और द्रमुक के टीआर बालू ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की, लेकिन दोनों पक्ष अपने रुख पर अड़े रहे। बैठक के बाद वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की प्रतिबद्धता नहीं जताई। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि लोकतंत्र शर्तों पर नहीं चलाया जा सकता। इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है और यदि सरकार इसका पालन करती है तो पूरा विपक्ष स्पीकर के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा।
इतिहास में तीन बार ही हुआ मतदान लोकसभा अध्यक्ष का निर्वाचन बुधवार को होना है। यदि मतदान होता है तो 1976 के बाद यह पहला मौका होगा। स्वतंत्र भारत में लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए। मत विभाजन होता है तो कागज की पर्चियों का इस्तेमाल किया जाएगा, क्योंकि नयी लोकसभा में अब तक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली चालू नहीं हुई है और सदस्यों को सीटों के आवंटन की प्रक्रिया भी चल रही है। सदन में भाजपा समेत राजग के 293 सांसद हैं और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के 233 सदस्य हैं। राहुल गांधी के वायनाड से इस्तीफे के बाद सदन में कुल सदस्यों की संख्या 542 है। कम से कम तीन निर्दलीय सदस्य भी विपक्षी खेमे में माने जा रहे हैं।