धान की ढेरियों और बोरियों से अटा नीलोखेड़ी शहर, लोग हो रहे बीमार
नीलोखेड़ी, 15 अक्तूबर (निस)
धान के धीमी उठान के चलते लोगों का जीना दूभर हो गया है। वायुमंडल में छाए धूल-मिट्टी के गुबार ने लोगों के स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। क्षेत्र की अन्य अनाज मंडियां बेशक धान की बोरियों से अटी पड़ी हों, लेकिन नीलोखेड़ी का तो पूरा शहर ही धान की ढेरियों और बोरियों से अटा पड़ा है। मुख्य सड़क रेलवे रोड सहित पोल्ट्री एरिया रोड, मन्दिर मार्ग, आर्य समाज मन्दिर रोड, गोल मार्केट से पोल्ट्री एरिया लिंक रोड, सरकारी स्कूल रोड, दशहरा ग्राउंड, पोल्ट्री एरिया तथा कारसा रोड और आसपास के रिहाइशी इलाके की गलियों में पड़ी धान की ढेरियों और बोरियों ने आम आदमी का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मजदूरों द्वारा पंखा लगाने से दूषित हवा में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसके चलते ऐसे मरीज अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचने लगे हैं। चींटी की चाल से चल रहे उठान कार्य का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मंदिर मार्ग सहित अन्य सड़कों पर ही बोरियों की धांक लगाई जा रही हैं। इससे सड़कें बंद हो गई हैं। चक्की पर पिसने वाला आटा और स्वीट हाउस की दुकान पर मिठाइयां आदि खराब होने लगे हैं। इससे दुकानदारों में मार्केट अधिकारियों व आढ़तियों के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है। बोरियां पड़ी होने का सर्वाधिक खािमयाजा मन्दिर मार्ग के दुकानदार भी भुगत रहे हैं। इसी मार्ग पर तीन बैंक होने के कारण लोगों को बैंक आने जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मंडी सुपरवाइजर का कहना है
मंडी सुपरवाइजर संजीव कुमार ने बताया कि राइस मिलर्स की हड़ताल के चलते बोरियों का उठान नहीं हो पा रहा था। अब हड़ताल खत्म होने के बाद उठान कार्य में तेजी आई है। जल्दी ही अतिरिक्त ट्रकों की व्यवस्था कर सड़कों को खाली कर दिया जाएगा।