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नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पीएम मोदी की ऐतिहासिक पहल : डॉ. अरविंद शर्मा

09:08 AM Jan 13, 2025 IST
सोनीपत स्थित डीसीआरयूएसटी के सभागार में नयी शिक्षा नीति पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा। -हप्र

सोनीपत, 12 जनवरी (हप्र)
कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंग्रेजों के समय से चली आ रही लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति को बदलते हुए नये स्वरूप में नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। वैदिक काल में दुनियाभर से विद्वान गुरुकुल शिक्षा व्यवस्था में शोध के लिए आते थे। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीयता, भारतीय भाषाओं, संस्कार, मूल्य पर आधारित कौशल विकास व बहुविषयक शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं, ताकि एक बार फिर भारत विश्वगुरु बनें।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा रविवार को दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020-भारतीय शिक्षा, संस्कार, मूल्य और आपके सुझाव विषय पर आयोजित सम्मेलन में सोनीपत, पानीपत व जींद जिला के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों व विद्यालयों के शिक्षकों व अभिभावकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जयंती व राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने दुनियाभर में अपने क्रांतिकारी विचारों से युवाओं को जागृत करने, संघर्ष करने और निरंतर सीखने की पद्धति को अपनाने का जो आह्वान किया था, आज प्रधानमंत्री मोदी उन विचारों का पालन कर रहे हैं। पीएम चाहते हैं कि युवाओं की सोच में बदलाव आए, युवाओं के जीवन में बदलाव आए, क्योंकि जब युवाओं की सोच बदलेगी तो निश्चित तौर पर देश की दिशा और दशा दोनों बदल जाएंगे।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि अंग्रेजों के समय से चली आ रही लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति को दशकों तक ढोया गया, जिसमें युवाओं के लिए न विवेकशीलता थी और न ही तार्किक शक्ति। पीएम मोदी ने इस देश की आत्मनिर्भरता और विकसित बनने के लक्ष्य में सबसे बडी बाधा माना और स्वर्णिम इतिहास की गुरुकुल परंपरा को आगे बढाते हुए यह सुनिश्चित किया गया है कि 5 साल का बच्चा निरंतर सीखे और वह शिक्षा प्राप्त करे, जो उसके लिए रुचिकर व राष्ट्र व समाज के लिए बेहतरीन परिणाम देने वाली है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को गंभीरता से लागू किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व व शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा की अगुवाई में हरियाणा इस नीति को लागू करने में देश में अनुकरणीय उदाहरण पेश कर रहा है। साथ ही उन्होंने सम्मेलन में आए शिक्षाविदों से आह्वान किया कि वो शिक्षा नीति का पूरी तरह अध्ययन करें और इसे बेहतर तरीके से लागू करने के लिए सुझाव दें।
सम्मेलन में उच्चतर शिक्षा परिषद के चेयरमैन कैलाश चंद्र शर्मा, प्राथमिक शिक्षा निदेशक आईएएस डॉ. रिपुदमन सिंह, कुलपति प्रो.श्री प्रकाश सिंह ने भी नयी शिक्षा नीति पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर विधायक निखिल मदान, विधायक पवन खरखौदा, भाजपा जिलाध्यक्ष जसबीर दोदवा, वरिष्ठ भाजपा नेता माई राम कौशिक, अतिरिक्त तकनीकी शिक्षा निदेशक डॉ.अनिल सहरावत, डीईओ नवीन गुलिया, शिक्षाविद् पूर्णमल गौड़, रामधन शर्मा व तीन जिलों से आए शिक्षाविद, अभिभावक आदि भी मौजूद रहे।

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डीक्रूटा ने मंत्री को सौंपा ज्ञापन, हस्तक्षेप की लगाई गुहार
दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल की टीचिंग एसोसिएशन डीक्रूटा ने कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा को ज्ञापन सौंपकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लेकर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाने के आरोप लगाए हैं। डीक्रूटा ने मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है। कैनिबेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा से डीक्रूटा के प्रधान डॉ. अजय कुमार की अगुवाई में पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुलाकात की। उन्होंने मंत्री को बताया कि विवि. प्रशासन द्वारा स्कीम और सिलेबस रिवीजन में विवि. एक्ट की पूरी तरह से अवहेलना की जा रही है। विवि. प्रशासन अपनी मनमानी पर तुला हुआ है, जिससे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ जारी है। फर्स्ट सेमेस्टर की एग्जाम की डेटशीट जारी कर दी गई है, जबककि छात्रों के अभी भी सब्जेक्ट्स बदले जा रहे हैं। उन्होंने कि विवि. प्रशासन द्वारा शिक्षा व्यवस्था से अन्य क्षेत्रों में अनियमिताएं बरती जा रही हैं।

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