पंजाबी साहित्य तथा पंजाबी में अनूदित साहित्य पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
यमुनानगर,10 अक्तूबर (हप्र)
गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर के पंजाबी विभाग द्वारा 'हरियाणा का पंजाबी साहित्य तथा पंजाबी में अनूदित साहित्य 'विषय पर उच्चतर शिक्षा निदेशालय पंचकुला से अनुमोदित एक दिवसीय बहुविषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इस संगोष्ठी में रिसोर्स पर्सन के रूप में दिल्ली यूनिवर्सिटी दिल्ली के पंजाबी विभाग से प्रोफेसर ऑफ़ एमिनेंस और प्रोफेसर डॉ. रवि रवींद्र, एसडी कॉलेज अंबाला के रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर प्रसिद्ध कवि तथा आलोचक डॉ. रतन सिंह ढिल्लों और कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के पंजाबी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह उपस्थित हुए।
उन्होंने बताया कि संगोष्ठी का विषय नयी शिक्षा प्रणाली-2020 के संदर्भ में अनुवाद की उपयोगिता के साथ-साथ विद्यार्थियों को पंजाबी भाषा में अनूदित साहित्य से जागरूक करवाना और हरियाणा के पंजाबी साहित्यकारों से रूबरू करवाना था। कार्यक्रम की शुरुआत में कॉलेज प्राचार्य डॉ. हरविंद्र कौर ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कॉलेज के इतिहास से अवगत करवाया। कॉलेज के सेक्रेटरी सरदार मनोरंजन सिंह साहनी डायरेक्टर डॉ. वरिंदर गांधी तथा प्रिंसिपल डॉक्टर हरविंदर कौर ने आये हुए सभी मेहमानों को सम्मानित किया। पूरे हरियाणा और पंजाब से लगभग 20 विद्वानों ने विषय से संबंधित अपने विचार प्रस्तुत किए। देश के विभिन्न राज्यों से 8 विश्वविद्यालयों तथा 15 महाविद्यालयों से लगभग 120 प्रवक्ताओं तथा शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी दो सत्र में संपन्न हुई। कार्यक्रम की रूपरेखा पंजाबी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सुखविंदर कौर ने पढ़ी। तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. रूमनीत कौर तथ डॉ अंजू मित्तल ने की। मंच संचालन डॉ. गुरजिंदर कौर ने किया। तकनीकी सत्र का मंच संचालन प्रो. दिलशाद कौर तथा डॉ. शैली ने किया। संगोष्ठी के संचालन में हरजीत कौर, योगिता चंदेल, गुरविंदर कौर, डॉ. अमनदीप कौर, कंप्यूटर विभाग से रमन प्रीत कौर तथा प्राची की अहम भूमिका रही।