रोहतक तक मेट्रो लाना मेरा लक्ष्य, हर हाल में होगा पूरा : अरविंद शर्मा
रोहतक, 10 मई (निस)
भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि रोहतक तक मेट्रो लाना उनका लक्ष्य है, जोकि हर हाल में पूरा किया जाएगा, हरियाणा सरकार ने आसौदा तक तो मेट्रो की मंजूरी दे रखी है और भाजपा सरकार बनते ही इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करवाया जाएगा और रोहतक तक मेट्रो को लाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि महम-हांसी रेलवे लाइन को लेकर दीपेंद्र हुड्डा सीधे-सीधे झूठ बोल रहें है। कांग्रेस ने तो 2009 से लेकर 2014 तक प्रोजेक्ट को लटकाया और भाजपा ने सत्ता में आने के बाद इसे पूरा किया। उन्होंने कहा कि पिता-पुत्र की जोड़ी हर मामले पर झूठ बोल रही है और झूठ बोलने के मामले में तो उन्हें आवार्ड मिलना चाहिए। सांसद ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में तो पूर्व सीएम हुड्डा ने गढ़ी सांपला किलोई हलके के लोगों के साथ विश्वासघात किया और विपक्ष में रहने के दौरान एक बार भी विधानसभा में हलके के विकास के लिए आवाज तक नहीं उठाई, और अब सीएम बनने की बात कहकर लोगों को गुमराह कर रहे है।
भाजपा सांसद ने शुक्रवार को गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के गांवों में आयोजित जनसंपर्क अभियान में शिरकत की। इस दौरान सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस जनता को डरा कर, झूठ बोलकर और लोगों को गुमराह करके चुनाव जीतना चाहती है, कांग्रेस का इतिहास रहा है कि उन्होंने चालबाजी, बोगस पोलिंग, बूथ कैप्चरिंग, लोगों को डरा कर और गुमराह करके चुनाव जीते हैं, लेकिन अब ये लोग पकड़ में आ गए है, लेकिन अब ऐसा नहीं होंगे देंगे।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों, गरीब मजदूरों, महिलाओं, छोटे व्यापारियों, युवाओं की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करने के बाद इन लोगों को आगे बढाने की दिशा में नीतियों को बनाया और उन्हें लागू किया। उन्होंने कहा कि पंक्ति में अंतिम व्यक्ति तक भाजपा सरकार ने योजनाओं का लाभ पहुंचाया है, जबकि कांग्रेस ने देश को तोड़ने और लोगों के साथ अन्याय करने का काम किया है। कांग्रेस राज में कांग्रेसी नेताओं को हरियाणा के लोगों की चिंता नहीं होती थी, बल्कि वे दिल्ली में बैठे अपने आकाओं की हाजिरी भरने में लगे रहते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में एक युवा को नौकरी लगने के लिए पूरा गांव मंत्री और मुख्यमंत्री के चक्कर काटता था, लेकिन हरियाणा में मनोहर लाल की सरकार बनने के बाद नौकरियों का सिस्टम ऐसा बना दिया गया कि अब किसी को भी कहीं चक्कर काटने की जरूरत नहीं है और न ही किसी को कोई पैसे देने की जरूरत है। ऐसे में युवाओं का शिक्षा के प्रति विश्वास पैदा हुआ है।