मनीमाजरा (चंडीगढ़), 6 जनवरी (हप्र)भीड़भाड़ वाले चंडीगढ़ के सेक्टर-17 में पिछले काफी समय से खाली एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग गिर गई। हादसे में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। इसके पास ही उपायुक्त कार्यालय और शोरूम स्थित हैं। मौके पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे। जानकारी के मुताबिक इस भवन के 50 वर्ष पुराने ढांचे को पहले ही असुरक्षित घोषित कर दिया गया था। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक ये बिल्डिंग 5 मंजिला थी। उन्होंने बताया कि जब यह बिल्डिंग गिरी तो ऐसा लगा जैसे कोई जोरदार ब्लास्ट हुआ हो। इस बिल्डिंग में पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन का 'महफिल' होटल चलता था। इसके बाद बिल्डिंग को एक ज्वैलर ने किराए पर लिया था। लोगों ने बताया कि बिल्डिंग में करीब 2 महीने से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। इससे इमारत में दरारें आ गई थीं। जैसे ही मामला प्रशासन के ध्यान में आया था तब 10 दिन पहले ही बिल्डिंग को सील कर दिया गया था।हादसे के बाद दोपहर को उपायुक्त निशांत यादव ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले बिल्डिंग में दरारें आई थीं। इसके बाद इसे खाली करा दिया गया था। इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। साथ लगती बिल्डिंग नंबर 181 व 182 को खाली करवा लिया है। मौके पर पहुंचे सेक्टर-17 थाना अधिकारी ने बताया कि सोमवार सुबह 100 नंबर पर कॉल आया था। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे। बिल्डिंग अनसेफ घोषित कर दी थी। जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।एक सप्ताह पहले पुलिस ने किए थे रास्ते बंदकरीब एक सप्ताह पहले बिल्डिंग के पिलर्स में दरारें आ गई थीं। बिल्डिंग में चल रहे काम के दौरान तीन पिलर्स में अचानक क्रैक आ गया था। इसकी वजह से साथ की बिल्डिंगों में काम कर रहे लोगों ने झटके महसूस किए। तुरंत मौके पर पुलिस को बुलाया गया और पुलिस ने इस बिल्डिंग की तरफ आने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिये थे। मौके पर कई पुलिस कर्मचारी तैनात कर बैरिकेडिंग की गई। सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर इमारत का मुआयना किया था। अफसरों का कहना था कि दरारों से बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा क्योंकि अन्य सभी पिलर मजबूत हैं। लेकिन आज बिल्डिंग गिरने से अफसरों के दावों की भी हवा निकल गई है।