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फरीदकोट हत्याकांड में सांसद अमृतपाल का हाथ!

07:19 AM Oct 19, 2024 IST
पत्रकारों से मुखातिब पंजाब के डीजीपी गौरव यादव। -ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 18 अक्तूबर (हप्र)
फरीदकोट में सिख कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह की 9 अक्तूबर को की गयी हत्या के मामले में पंजाब पुलिस ने गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्शदीप सिंह डल्ला के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी गौरव यादव ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में खुलासा किया कि ऐसे सबूत मिले हैं जो हत्या की साजिश में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के मुखिया व असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह की भूमिका को दर्शाते हैं। जांच के दौरान दर्ज किए गए कुछ बयानों के अनुसार यह हत्या अमृतपाल सिंह के इशारे पर की गई। डीजीपी ने बताया कि कनाडा में रहने वाले अर्शदीप सिंह डल्ला और करमवीर गोरा ने हत्या की योजना बनाई। उन्होंने अलग-अलग मॉड्यूल का इस्तेमाल किया। गिरफ्तार तीनों आरोपी- बिलाल अहमद उर्फ फौजी, गुरअमरदीप सिंह उर्फ पोंटू और अर्शदीप सिंह उर्फ झंडू रेकी मॉड्यूल का हिस्सा थे, जिनका हैंडलर करमवीर सिंह उर्फ गोरा था। इस मॉड्यूल ने शूटर मॉड्यूल को महत्वपूर्ण जानकारियां दी। चारों शूटराें को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पीड़ित गुरप्रीत कभी दुबई में अमृतपाल सिंह का करीबी दोस्त था। गुरप्रीत उन नौ प्राथमिक सदस्यों में से थे, जिन्होंने अभिनेता से कार्यकर्ता बने दीप सिद्धू के नेतृत्व में सितंबर 2021 में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन की स्थापना की थी। दीप सिद्धू की सड़क दुर्घटना में मौत के एक महीने बाद मार्च 2022 में अमृतपाल सिंह संगठन के अध्यक्ष बने थे।
डीजीपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम गठित की गई, जिसने फरीदकोट जिला पुलिस के सहयोग से 125 किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया, जिससे संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों का पता लगाने में मदद मिली।

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