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ब्रिटिश पीएम से मिले मोदी ; माल्या, नीरव के प्रत्यर्पण पर जोर

06:59 AM Nov 20, 2024 IST
ब्रिटिश पीएम से मिले मोदी   माल्या  नीरव के प्रत्यर्पण पर जोर
जी 20 सम्मेलन के दौरान रियो डी जनेरियो में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीअर स्टार्मर से मिलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। -प्रेट्र
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रियो डी जेनेरियो, 19 नवंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन के इतर ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, इंडोनेशिया, नॉर्वे, पुर्तगाल, मिस्र और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों के नेताओं से मुलाकात की और संबंधों को बेहतर एवं मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ और यूरोपीय संघ (ईयू) की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से भी मुलाकात की।
अपने ब्रिटिश समकक्ष केअर स्टॉर्मर के साथ पहली बैठक में मोदी ने घोषणा की कि भारत ब्रिटेन के बेलफास्ट और मैनचेस्टर में दो नये वाणिज्य दूतावास खोलेगा। उन्होंने ब्रिटेन में भारत के आर्थिक अपराधियों के मुद्दे के समाधान के महत्व को रेखांकित किया और भगोड़े भारतीय व्यापारियों विजय माल्या तथा नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर जोर दिया। वहीं, वार्ता के बाद स्टॉर्मर ने कहा कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता नये साल में पुनः शुरू की जाएगी।
भारत सरकार के बयान के अनुसार, महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते पर दोनों प्रधानमंत्रियों ने आशा व्यक्त की कि एक ‘संतुलित, पारस्परिक रूप से लाभकारी और दूरदर्शी’ मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जाएगा, जबकि शेष मुद्दों को आपसी सहमति से सुलझाया जाएगा।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में स्टॉर्मर के हवाले से कहा गया, ‘भारत के साथ एक नया व्यापार समझौता ब्रिटेन में नौकरियों और समृद्धि को बढ़ावा देगा।’ प्रस्तावित एफटीए के लिए बातचीत जनवरी 2022 में शुरू हुई थी और दोनों पक्षों के बीच 14 दौर की बातचीत हो चुकी है। हालांकि, कई विवादास्पद मुद्दों का समाधान अभी होना बाकी है। ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा कि ब्रिटेन के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी भारत की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ‘आने वाले वर्षों में हम प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, सुरक्षा, नवाचार और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने के इच्छुक हैं। हम व्यापार के साथ-साथ सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करना चाहते हैं।’

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