'विधायक के भाई ने पीड़ित पिता पर दबाव बनाकर दोषी न होने की बात लिखवाई’
लोहारू, 12 जनवरी (निस)
फ़रटिया भीमा गांव की छात्रा सुसाइड मामले में पीड़ित पिता ने आरोप लगाए कि विधायक के भाई ने दबाव डालकर उनके दोषी नहीं होने की बात कागज पर लिखवा ली। इसी तरह जांच अधिकारी डीएसपी ने भी दबाव डाला कि विधायक के साथ मिलकर, बैठकर मामले को निपटा लो।
पीड़ित पिता ने इस बारे में अपनी नई शिकायत नेशनल अलायंस फ़ॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन के माध्यम से मुख्यमंत्री के पास भेजी। इसके साथ ही पीड़ित परिवार ने मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की।
क्या कहते हैं पीड़ित
रविवार शाम को मुलाकात के दौरान पीड़ित पिता ने कल्सन को बताया कि 10 जनवरी की रात साढ़े आठ बजे विधायक का भाई कुछ आदमियों को लेकर उनके घर में घुस आया तथा कहा कि ‘भाई साहब ने कहा है कि तुम्हें कुछ नहीं होगा’। साथ ही भाईचारे का दवाब बनाकर पीड़ित पिता से एक कोरे कागज पर लिखवा लिया कि ‘विधायक तथा कॉलेज प्रशासन का उनकी बेटी की आत्महत्या में कोई दोष नहीं है’ तथा उस पर पीड़ित पिता के जबरन हस्ताक्षर कर लिए।
अधिवक्ता कल्सन को पीड़ित पिता ने बताया कि वह इस मामले में पुलिस जांच से कतई संतुष्ट नहीं है। पुलिस ने आज तक इस मामले में विधायक, कॉलेज प्रिंसिपल व अन्य लोगों को तफ्तीश में शामिल तक नहीं किया है। पुलिस ने आज तक उन्हें एफआईआर तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट की कॉपी तक नहीं दी है। परिजन चाहते हैं कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। इसके अतिरिक्त पीड़ित पिता ने कलसन को बताया कि इस मामले में खाप पंचायत के नुमाइंदे तथा विधायक के समर्थक लगातार रिश्तेदारों के माध्यम से उन पर मुकदमे में समझौते का दबाव बना रहे हैं। समझौता न करने की एवज में गांव से निकालने या सामाजिक बहिष्कार करने की धमकियां दे रहे हैं।