पूर्व डिप्टी स्पीकर के बेटे समेत अनेक ने थामा कांग्रेस का हाथ, हुड्डा रहे मौजूद
चंडीगढ़, 23 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के पूर्व डिप्टी स्पीकर कंवर विजयपाल के बेटे और भाजपा नेता अरिदमन सिंह बिल्लू ने मंगलवार को अपने समर्थकों सहित कांग्रेस की सदस्यता हासिल कर ली। कुरुक्षेत्र से पूर्व सांसद गुरदयाल सिंह सैनी के बेटे राजेंद्र सैनी भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं। वरिष्ठ पत्रकार सर्वमित्र काम्बोज ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। उन्होंने मंगलवार को नई दिल्ली में पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, अंबाला सांसद वरुण चौधरी व पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इसी दौरान 20 से अधिक पार्षदों, सरपंचों, पूर्व पार्षदों और पूर्व सरपंचों में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। सर्वमित्र काम्बोज के संबंध में माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें सिरसा जिला के रानियां विधानसभा हलके से चुनाव लड़वा सकती है। वे इसी हलके के रहने वाले हैं। 2019 के विधानसभा चुनावों में यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बिजली मंत्री चौ़ रणजीत सिंह ने जीत हासिल की थी। रणजीत सिंह भाजपा में शामिल हो गए और उन्होंने हिसार लोकसभा सीट से भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ा। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही रानियां सीट रिक्त है। सूत्रों का कहना है कि सर्वमित्र काम्बोज की सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ नजदीकियां हैं। इसलिए वे कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इस मौके पर हरियाणा बाल विकास परिषद के मानद सचिव रहे प्रवीण अत्री ने भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया। हुड्डा व उदयभान ने उन्हें पार्टी में मान-सम्मान का भरोसा दिलाया।
बजट ने देश को किया निराश : हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि केंद्रीय बजट से हरियाणा को बड़ी निराशा हाथ लगी है। बजट में हरियाणा का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया। हुड्डा ने कहा कि बजट ने देश के किसान, छोटे व्यापारी, मिडिल क्लास, गरीब और गृहणियों को भी पूरी तरह निराश किया है। क्योंकि लगातार महंगाई और भारी टैक्स की मार झेल रही जनता को महंगाई से कोई राहत नहीं दी गई। किसान के हाथ एक बार फिर खाली रहे और एमएससी गारंटी पर यह बजट खामोश रहा। किसान सम्मान निधि की राशि में भी किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की गई। जून 2022 में किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की संख्या 11.39 करोड़ थी, जो अब घटकर 9.26 करोड़ रह गई है।