तीसरी बार विधायक बने कृष्ण मिड्ढा के सामने होगी दो बड़ी चुनौतियां
जींद, 17 अक्तूबर (हप्र)
भाजपा की टिकट पर तीसरी बार जींद से विधायक बने डॉ. कृष्ण मिड्ढा के सामने उनके नए कार्यकाल में जींद की दो बड़ी परियोजनाओं को पूरी तरह धरातल पर उतार वर्किंग में लाने की सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। इनमें एक परियोजना तो उनके स्व. पिता पूर्व विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है। डॉ. कृष्ण मिड्ढा जींद से लगातार तीसरी बार भाजपा टिकट पर विधायक बने हैं। इनमें एक बड़ी परियोजना हैबतपुर गांव में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की है। हैबतपुर की 24 एकड़ पंचायती जमीन पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। धन्ना भगत के नाम पर बन रहे इस मेडिकल कॉलेज की परियोजना शुरू से ही लटके-झटके खा रही है। 2014 में जब मनोहर लाल प्रदेश के सीएम बने थे, और वह 27 दिसंबर 2014 को जींद आए थे, तब उन्होंने जींद में मेडिकल कॉलेज निर्माण की घोषणा की थी। मनोहरलाल के 5 साल के पहले मुख्यमंत्री काल में जींद में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की योजना जमीन पर नहीं उत्तर पाई थी, और केवल घोषणा बनकर रह गई थी। दूसरे कार्यकाल में मनोहर लाल ने जींद में मेडिकल कॉलेज निर्माण की परियोजना को धरातल पर उतारा था। इसमें मनोहर लाल सरकार में डिप्टी सीएम उचाना के जजपा विधायक दुष्यंत चौटाला की अहम भूमिका रही थी, जिन्होंने मेडिकल कॉलेज के निर्माण की कई तकनीकी बाधाओं को दूर कर निर्माण कार्य शुरू करवाया था। शहर की 2 लाख से ज्यादा की आबादी को 2000 तक टीडीएस वाले खारे पेयजल से निजात दिलवाने की चुनौती भी विधायक के सामने है। शहर के लिए नहरी पानी पर आधारित 380 करोड़ रुपए की परियोजना को सरकार मंजूरी दे चुकी है। जींद के बड़ोदी गांव में 38 एकड़ जमीन सरकार ले चुकी है। नरवाना के पास से गुजर रही भाखड़ा ब्रांच नहर से बड़ोदी गांव तक भूमिगत पाइपलाइन के जरिए नहरी पानी लाया जाएगा। इस पानी को बड़ोदी गांव में बनने वाले जलघर में साफ कर आगे जींद शहर तक पाइपलाइन से पहुंचाया जाएगा। 380 करोड़ रुपए की इस बड़ी परियोजना के दो टेंडर जन स्वास्थ्य विभाग जारी कर चुका है।