कार्तिक मास धार्मिक दृष्टि से सभी महीनों में श्रेष्ठ : त्रिलोक शास्त्री
जगाधरी, 15 अक्तूबर (हप्र)
17 अक्तूबर से कार्तिक माह शुरू हो जाएगा। सनातन पद्धति में आस्था रखने वालों में लिए इस माह की बहुत ज्यादा धार्मिक महत्ता है। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर के आचार्य त्रिलोक शास्त्री महाराज ने बताया शरद पूर्णिमा के साथ कार्तिक महीना लग जाएगा।
सभी महीनों में कार्तिक माह को श्रेष्ठ माह माना गया है। यह माह पाप का नाश कर व्यक्ति के सभी संकट दूर कर देता है। आचार्य त्रिलोक के अनुसार यह माह धन, सुख, समृद्धि, शांति एवं निरोग प्रदान करता है। उनका कहना है कि कार्तिक स्नान का सनातन में बहुत बड़ा महत्व है। नदियों, सरोवरों में स्नान करना अति पुनीत माना गया। उनका कहना है कि इस माह श्री हरि जलनिवास करते हैं। पंडित त्रिलोक के अनुसार कार्तिक माह में भूमि पर शयन करने से मन में सात्विकता का भाव निर्मित होकर सभी तरह के रोग और विकारों का समाधान करने में मददगार होता है। इस माह में तुलसी पूजा, सेवन और सेवा करने का अपार फल मिलता है।
त्रिलोक शास्त्री का कहना है कि कार्तिक माह में उड़द, मूंग, मसूर, चना, मटर, राईं आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
आचार्य त्रिलोक का कहना है कि इस माह में तीर्थ पूजा, गंगा पूजा, विष्णु पूजा, लक्ष्मी पूजा और हवन-यज्ञ करने का विशेष महत्व बताया गया है। श्री हरि की पूजा करने का इस माह में अपार फल मिलता है।