कलाम का कमाल
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, जिन्हें ‘मिसाइल मैन’ के नाम से जाना जाता है, न केवल एक महान वैज्ञानिक और भारत के राष्ट्रपति थे, बल्कि एक प्रेरक लेखक भी थे। वर्ष 1998 में जब डॉ. कलाम भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन में कार्यरत थे, उन्होंने ‘इंडिया 2020’ पुस्तक पर काम शुरू किया। इस पुस्तक का उद्देश्य था भारत को 2020 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने की दृष्टि प्रस्तुत करना। वे अपनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद देर रात तक जागकर इस पुस्तक पर काम करते थे। एक बार उनके सह-लेखक यज्ञस्वामी ने उनसे पूछा कि इतनी थकावट के बावजूद वे क्यों लिख रहे हैं। इस पर डॉ. कलाम ने उत्तर दिया, ‘यदि हम युवाओं को प्रेरित नहीं करेंगे, तो भारत के भविष्य का निर्माण कैसे होगा? मेरे लिए यह लेखन मेरी वैज्ञानिक उपलब्धियों जितना ही महत्वपूर्ण है।’ उनकी यह मेहनत रंग लाई और ‘इंडिया 2020’ युवाओं और नीति-निर्माताओं के लिए एक प्रेरक मार्गदर्शिका बन गई। यह किताब न केवल भारत के विकास की राह दिखाती है, बल्कि डॉ. कलाम के सपनों और उनके समर्पण को भी दर्शाती है।
प्रस्तुति : देवेन्द्रराज सुथार