आध्यात्मिकता और आधुनिकता का अद्भुत संगम
धीरज बसाक
आगामी 14 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ सिर्फ आस्था और श्रद्धा के पैमाने पर ही विराट नहीं होगा बल्कि सुविधाओं और सहूलियतों के स्तर पर भी बेहद भव्य और दिव्य होगा। पहली बार इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं को एम्बुलेंस की सेवा मुफ्त मिलेगी। इस बार सुविधाओं के विस्तार के तौर पर जगह-जगह पर इलेक्ट्रिक रिक्शा श्रद्धालुओं के उपयोग के लिए उपलब्ध होंगे। मेला क्षेत्र में बृहद सफाई अभियान चलाये जाने की व्यवस्था है, जिसमें 15,000 से ज्यादा स्वयंसेवक शामिल होंगे और नियमित रूप से सफाई करने वाले लोग अलग से होंगे। इस बार सुरक्षा की व्यवस्था एक साथ कई स्तरों पर उपलब्ध होगी। क्राउड मैनेजमेंट, फायर सर्विस, हेल्थ डेस्क, पार्किंग, सीसीटीवी का व्यापक नेटवर्क मौजूद रहेगा और सभी क्षेत्रों से कुंभ परिक्षेत्र में प्रवेशद्वार पर एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगाया जायेगा, जिसके सभी सिक्योरिटी मॉडल एआई टूल से तैयार किए जाएंगे।
प्रयागराज में यूपी पुलिस के साथ इस बार रेलवे सुरक्षा बल भी बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए एक व्यापक नेटवर्क के साथ मौजूद होगा। कुंभ क्षेत्र में किराएदारों, रेस्टोरेंट कर्मियों और ई-रिक्शा चालकों का बहुत सघन वेरीफिकेशन होगा। कुल मिलाकर महाकुंभ 2025 एक बेहद आधुनिक और स्मार्ट आयोजन होगा। उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार मिलकर इस आयोजन को एक साथ भव्य और स्मार्ट बनाने का कोई प्रयास नहीं छोड़ेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 के पहले राज्य के सभी 18 प्रशासनिक प्रभागों में कुंभ शिखर सम्मेलन का आयोजन 14-15 अक्तूबर, 2024 से शुरू कर चुकी है। इस वृहद सांस्कृतिक अभियान में 12,600 से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे। इनमें स्थानीय कलाकार और स्कूली बच्चे भी होंगे। वास्तव में ये महाकुंभ के शुरू होने के पहले आध्यात्मिक माहौल बनाने की कोशिश होगी। इससे न केवल देश बल्कि विदेश तक के श्रद्धालुओं में कुंभ में शिरकत करने के लिए इच्छा जागृत होगी।
इस बार के महाकुंभ में योगी सरकार 10 लाख से ज्यादा विदेशी श्रद्धालुओं के आगमन की उम्मीद करती है। कुंभ आयोजन पूरे प्रदेश में माहौल बनाने के लिए जो रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, उनका समापन 14 दिसंबर, 2024 को प्रयागराज में होगा। सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम विभिन्न सांस्कृतिक अकादमियों द्वारा संयोजित या संरक्षित होंगे। इसके अलावा इस बार त्रिवेणी में जो कुंभ मेला आयोजित होगा, उसमें पश्चिम बंगाल की परंपरा का भी लाभ लिया जायेगा। महाकुंभ कार्यक्रम बेहद भव्य और स्मार्ट हो, इसके लिए यूपी सरकार ने अभी से ही पूरे प्रदेश में खास तौर पर सभी महत्वपूर्ण शहरों में इसके लिए बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा दिए हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जिम्मेदारियां मंडल स्तर पर सौंप दी गई हैं। आगामी महाकुंभ के लिए श्रद्धालुओं को सड़क मार्ग से प्रयागराज तक आसानी से पहुंचने के लिए कई कदम उठाये गये हैं। रास्तेभर में ऐसा माहौल निर्मित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद मिले बल्कि उन्हें आधुनिक तरह की सारी सुविधाएं भी हासिल हों।
उ.प्र. के सभी शहरों से प्रयागराज को जोड़ने वाली सड़कों को आधुनिक और सुविधाजनक बनाया जा रहा है, जहां सड़कें संकरी हैं, उन्हें चौड़ा किया जा रहा है। हर 20 किलोमीटर के बाद पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कों पर महाकुंभ 2025 से संबंधित डिजिटल साइन बोर्ड लगाये जा रहे हैं। सारी व्यवस्था इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर की जा रही है कि यह अब तक का सबसे यादगार महाकुंभ आयोजन हो। आगामी महाकुंभ में पिछली बार के मुकाबले 20 लाख से ज्यादा भारतीय श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसलिए प्रयागराज को जोड़ने वाले सात प्रमुख मार्गों को विशेष रूप से चिन्हित किया है ताकि इन मार्गों में यातायात की सुगम व्यवस्था रहे। इसलिए इन सभी सात मार्गों पर एकल मार्ग यानी वन-वे की व्यवस्था लागू की जायेगी ताकि कुंभ मेले के दौरान कहीं पर भी जाम की समस्या न रहे।
प्रयागराज के इर्दगिर्द महाकुंभ के दौरान 101 पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की गई है, जिसमें 5 लाख से ज्यादा वाहन खड़े करने की व्यवस्था होगी। इस बार महाकुंभ में भीड़ को नियंत्रित करने की बेहद आधुनिक और स्मार्ट व्यवस्था होगी। महाकुंभ के विशाल क्षेत्र को 10 जोन को 30 पांटून पुलों से जोड़ा जायेगा। इस तरह आगामी महाकुंभ 2025 अपनी तरह का भव्य और दिव्य आयोजन होगा। इ.रि.सें.