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जिओ इन्फॉर्मेटिक्स का अवसरों से भरपूर फील्ड

07:04 AM Jul 04, 2024 IST
जिओ इन्फॉर्मेटिक्स का अवसरों से भरपूर फील्ड
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नरेंद्र कुमार
जिओ इन्फॉर्मेटिक्स, इन्फॉर्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का हिस्सा है। हाल के सालों में यह क्षेत्र कैरियर के एक शानदार विकल्प के रूप में उभरा है। क्योंकि दिनोंदिन हमारा लाइफस्टाइल जिस कदर डिजिटल होता जा रहा है, उसमें इस डिग्री और विशेषज्ञता की व्यापक उपयोगिता साबित हुई है। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि आज सूचना प्रौद्योगिकी और आधुनिक लाइफस्टाइल से संबंधित हर क्षेत्र में जिओ इन्फॉर्मेटिक्स प्रोफेशनल्स की भारी मांग है। नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी, इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर, नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर, एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग, माइनिंग, पब्लिक हेल्थ, ट्रेवल एंड टूरिज्म जैसी इंडस्ट्रीज में भी जिओ इन्फॉर्मेटिक्स में मास्टर या रिसर्च डिग्री वालों की भारी जरूरत है। ग्रेजुएशन कर चुके छात्रों के लिए पीजी डिप्लोमा करके इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के भरपूर मौके हैं।
चूंकि यह किसी भी क्षेत्र की बुनियाद से जुड़ा तकनीकी आधार है, जो सभी तरह की डिजिटल सूचनाओं को ग्रहण करके और उन्हें प्रोसेस करके, उनसे जरूरी डाटा निकालता है। इसलिए आज जिओ इन्फॉर्मेटिक्स जीवन के हर क्षेत्र से जुड़ा है। इसे किसी क्षेत्र विशेष का नहीं कह सकते। चाहे सरकारी योजनाओं को कार्य रूप देने की बात हो, चाहे मौसम, जलवायु, समुद्र विज्ञान, क्रिमिनोलॉजी और दूसरे तमाम क्षेत्रों में होने वाले अपराधों को उजागर करने की बात हो, हर जगह अंतिम रूप से जिओ इन्फॉर्मेटिक्स की शरण में जाना ही पड़ेगा। इसलिए यह आधुनिक लाइफस्टाइल तकनीक का केंद्र बनकर उभरा क्षेत्र है।

ये कोर्स हैं उपलब्ध

जिओ इन्फॉर्मेटिक्स और जिओ इन्फॉर्मेशन साइंसेज विशेषज्ञता वाला क्षेत्र है इसलिए इस क्षेत्र में जाने के लिए विज्ञान की पृष्ठभूमि जरूरी है। जिओग्राफी, जिओलॉजी, एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, आईटी और कम्प्यूटर साइंस जैसे क्षेत्र के छात्र भी इस क्षेत्र में एमएससी और एमटेक की डिग्री हासिल कर सकते हैं। खासकर जिओ इन्फॉर्मेटिक्स और रिमोट सेंसिंग में। ये छात्र इस क्षेत्र में पीएचडी भी कर सकते हैं। देश के कई प्रमुख शिक्षण संस्थानों में इसके लिए कोर्स उपलब्ध हैं, लेकिन तीन संस्थान इसके गढ़ समझे जाते हैं। ये हैं- टेरी यूनिवर्सिटी दिल्ली, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड और सीडैक पुणे। इस क्षेत्र में आने के इच्छुक छात्र, इंस्टीट्यूट ऑफ जिओ इन्फार्मेटिक्स एंड रिमोट सेंसिंग के अंतर्गत जाने वाले किसी भी इंस्टीट्यूट से लांग और शॉर्ट टर्म कोर्सेज करके भी अपने कैरियर को आगे बढ़ा सकते हैं। इन इंस्टीट्यूट में मुख्यतः छह माह का पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन जीआईएस एंड आरएस कोर्स व, चार माह का पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन जीआईएस प्रोग्रामिंग कोर्स आदि कोर्सेज उपलब्ध हैं। आईआईटी रुड़की और आईआईटी कानपुर से रिमोट सेंसिंग और जिओ इन्फार्मेटिक्स का कोर्स कर सकते हैं। इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (देहरादून) में जीआईएस से संबंधित एमटेक, एमएससी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, सर्टिफिकेट आदि कोर्सेज उपलब्ध हैं। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में भी आप एमएएससी जीआईएस एंड रिमोट सेंसिंग में दाखिला ले सकते हैं। इसकी अवधि दो वर्ष है। जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली से भी रिमोट सेंसिंग और जीआईएस एप्लिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कर सकते हैं। इसके अलावा सिम्बॉयसिस इंस्टीट्यूट ऑफ जिओ इन्फॉर्मेटिक्स पुणे से जिओ इन्फॉर्मेटिक्स में मास्टर डिग्री कर सकते हैं जिसकी अवधि दो वर्ष है।

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बेहतर संभावनाओं का कार्यक्षेत्र

इस क्षेत्र में न सिर्फ आज बल्कि आने वाले सालों में भी जबरदस्त संभावनाएं बरकरार रहेंगी। यह भविष्य के बेस्ट कैरियर क्षेत्रों में शामिल है। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों के लिए तमाम क्षेत्रों में काम करेने के मौके मौजूद हैं। पब्लिक सेक्टर की बात करें, तो इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो), नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी (एनआरएएसए), नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर (एनआईसी) स्पेस एप्लिकेशन सेंटर, अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी व म्यूनिसिपल बॉडीज आदि में कैरियर की बेहतर संभावनाएं हैं। इसके अलावा, नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट, मिलिट्री, कमांड, ट्रांसपोर्टेशन मैनेजमेंट, बिजनेस एप्लिकेशंस आदि क्षेत्रों में भी कैरियर के विकल्प उपलब्ध हैं।

विशेषज्ञता वाले कैरियर

यदि आप इस फील्ड में कैरियर बनाने का मन बना चुके हैं तो आपके मन में यह बातें भी आ रही होंगी कि इनमें किस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने के बाद कैरियर बेहतर हो सकता है। कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें विशेषज्ञता हासिल कर लेते हैं तो कैरियर में चार चांद लगा सकते हैं जैसे जिओग्राफिक इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी फोटोग्राफमैट्री, जीआईएस ऐप्लिकेशन, जीआईए डेवलपमेंट, जिओ स्टेटिस्टिक, जीआईएस प्रोजेक्ट डेवलपमेंट।

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प्रमुख जीआईएस शिक्षण संस्थान

जिओ इन्फॉर्मेटिक्स और जिओ इन्फॉर्मेशन साइंसेज की शिक्षा प्राप्ति के लिए देश के अन्य महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान हैं - जवाहरलाल नेहरू टेक्निकल यूनिवर्सिटी हैदराबाद, सर्वे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट हैदराबाद, नेशनल रिमोर्ट सेंसिंग एजेंसी (एनआरएसए) हैदराबाद, नेशनल स्पेस एप्लीकेशन सेंटर अहमदाबाद, नई दिल्ली , इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग देहरादून (जीआईएस कोर्स एमटेक, एमएससी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा सर्टिफिकेट और रिमोट सेंसिंग), इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (पीजी डिप्लोमा कोर्स इन जीआईएस), बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रांची (एमएससी जिओ इंफॉमेटिक्स एमटेक), एमडीएस यूनिवर्सिटी, अजमेर, राजस्थान (एमएससी रिमोट सेंसिंग), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रूड़की (ट्रेनिंग एंड पीएचडी कोर्स इन रिमोट सेंसिंग और जिओ इंफार्मेटिक), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर (ट्रेनिंग एंड पीएचडी कोर्स इन रिमोट सेंसिंग और जिओ- इंफार्मेटिक)।

-इ.रि.सें.

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