जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे से गांवों की सड़कें हुई बर्बाद
जींद, 4 जनवरी (हप्र)
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण के दौरान गांवों की उन सड़कों को नुकसान पहुंचा है, जहां से होकर हाईवे निर्माण में इस्तेमाल हुई सामग्री, मिट्टी आदि डंपरों से ढोई गई। हाईवे तो बनकर तैयार लगभग तैयार हो गया है और अगले सप्ताह आधिकारिक रूप से शुरू भी हो जाएगा, लेकिन एक्सप्रेस वे पर फ्लाईओवर बनाते समय इसकी वजह से टूटी सड़क को हाईवे अथाॅरिटी ने ठीक नहीं किया है। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जींद जिले से गुजर रहे नेशनल हाईवे 152-डी और जम्मू-कटरा एक्सप्रेस हाईवे पर बने फ्लाईओवर के नीचे की सड़क को तो ठीक करवाया गया है, लेकिन जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के फ्लाईओवर के नीचे सड़क टूटी पड़ी है। इसे ठीक नहीं किया गया है। पिंडारा के पास नए बस अड्डे से जींद के 14 गांवों के खेतों से होकर जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे गुजर रहा है। ग्रीनफील्ड हाईवे की खासियत है कि यह किसी गांव से होकर नहीं जा रहा, लेकिन दो गांवों को जोड़ने वाली सड़क के ऊपर से जा रहा है। जहां पर भी गांवों को जोड़ने वाली सड़क गुजर रही है, वहां फ्लाईओवर बनाए गए हैं। सिंधवी खेड़ा से खरकरामजी गांव के बीच, चाबरी से आसन के बीच, ललितखेड़ा से भिड़ताना गांव के बीच, लुदाना से भिड़ताना गांव के बीच और लुदाना से मोरखी के बीच ग्रीनफील्ड हाईवे के फ्लाईओवर बने हुए हैं। इन सभी फ्लाईओवर के नीचे सड़क टूटी पड़ी है।
हाईवे अथाॅरिटी से की जाएगी बात : एडीसी
एडीसी डा. विवेक आर्य ने कहा कि इस मामले पर नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों से बात की जाएगी और सड़क निर्माण के लिए कहा जाएगा। नियमानुसार अगर हाईवे निर्माण के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को ठीक करवाने की जिम्मेदारी हाईवे अथॉरिटी की है।