जींद में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष चुनाव प्रशासन के लिए अग्निपरीक्षा
जींद, 4 अक्तूबर (हप्र)
विधानसभा चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से करवाना जींद प्रशासन के लिए किसी बड़ी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा। उचाना में चुनावी हिंसा मतदान से पहले दस्तक दे चुकी है, जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में जा चुकी है। उचाना के साथ- साथ जुलाना के कुछ गांवों में भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिले में सबसे हॉट विधानसभा सीट उचाना है, जहां पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला अपनी साख की लड़ाई लड़ रहे हैं तो कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह भी पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की 52 साल लंबी राजनीतिक विरासत को बचाने की जंग में उलझे हैं।
निर्दलीय विरेंद्र घोघड़ियां भी चुनावी संग्राम में अपना सब कुछ झोंके हुए हैं। इसी कारण उचाना में चुनावी पारा जींद जिले में सबसे ज्यादा उफान पर है। उचाना कलां गांव में जजपा प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला के चुनावी प्रचार में आए आजाद समाजवादी पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हमला हो चुका है। यह हमला उचाना में चुनावी तनाव की बानगी भर था। जजपा ने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर करते हुए जींद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
दुष्यंत चौटाला इससे पहले निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर उचाना के नौ गांवों को संवेदनशील बताकर इन गांवों में बूथ कैप्चरिंग किए जाने की आशंका जता चुके हैं।
जिन गांवों में दुष्यंत चौटाला ने मतदान के दिन बूथ कैप्चरिंग होने का डर जताते हुए निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर इन गांवों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने के लिए कहा था, उन सभी गांवों में पर्दे के पीछे चुनावी तनाव बना हुआ है। इनमें डूमरखां कलां, डूमरखां खुर्द, खरकभूरा, उचाना कलां, उचाना मंडी, घोघड़ियां, संडील, उचाना खुर्द व झील गांव शामिल हैं।
हिंसा करने वालों से बरती जाएगी सख्ती : डीसी
जींद के डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि शनिवार को विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से करवाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। मतदान के दिन किसी ने हिंसा, झगड़ा करने और बूथ कैप्चरिंग करने का प्रयास किया तो उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा।