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देर रात किया जलविहार, वापस मंदिरों में हुए विराजित

08:39 AM Sep 16, 2024 IST
अम्बाला शहर में रविवार को भव्य हिंडोलों में भगवान वामन को नगर परिक्रमा करवाते श्रद्धालु। -हप्र

जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 15 सितंबर
भारी बरसात के बावजूद अम्बाला शहर में भगवान वामन की सवारी ने भव्य रूप से सजे हिंडोलों में नगर परिक्रमा की।
बाद में देर रात शहर के नौरंगराय सरोवर में जल विहार करने के साथ ही 3 दिन तक चला एेतिहासिक वामन द्वादशी उत्सव श्रद्धा व उत्साह से संपन्न हो गया। इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। पुरानी अनाज मंडी में बने पंडाल से भगवान वामन की सवारी जैसे ही नौरंगराय सरोवर की ओर बढ़ी, पूरा नगर ही धर्म नगरी बन गया। चारों ओर भगवान वामन के जयकारों की गूंज थी।
वामन द्वादशी पूजा उत्सव के लिए शहर के वह सभी बाजार सजाए गए जिनसे भगवान वामन की सवारी ने निकलना था। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने भंडारों और प्रसाद वितरण का इंतजाम कर रखा था। जैसे जैसे सूर्य पश्चिम की ओर बढ़ता रहा वैसे वैसे मेले का उत्साह तेज होता चला गया।
बाद दोपहर शहर की पुरानी अनाज मंडी में सजे भव्य पंडाल से शोभायात्रा रवाना हुई। विधायक असीम गोयल व मेला संयोजक नरेश अग्रवाल, सनातन धर्म सभा के पदाधिकारियों के साथ विधिवत पूजा अर्चना के बाद भगवान की सवारी को जल विहार के लिए रवाना किया। नगर के सजाए गए बाजारों से भगवान की सवारी पांच हिंडोलों में निकली जिसके दर्शन करने के लिए न केवल शहर के लोग बल्कि दूर दराज से आए श्रद्धालु बड़ी संख्या में शोभायात्रा के मार्ग में खड़े थे।
इस बार मुंबई से विशेष रूप से बुलाए गए वालीवुड बैंड की धुनों का आनंद श्रद्धालुओं ने लिया। मेरठ और सहारनपुर के कलाकारों द्वारा आकर्षक धार्मिक झांकियों के अलावा करीब एक दर्जन झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। गुरुग्राम, आगरा, चंडीगढ़, दिल्ली, अम्बाला शहर के बैंडों के अलावा मेरठ की ताशा व शहनाई पार्टियों के अलावा अनेक भजन गायक कलाकार ग्रुपों ने उत्सव में चार चांद लगाने और शोभायात्रा को यादगार बनाने का काम किया।
धार्मिक माहौल और बैंडोंं के गीतों ने लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। कड़ी सुरक्षा के बीच शोभा यात्रा पुरानी अनाज मंडी से प्रारंभ होकर तंदूरां बाजार, कोतवाली बाजार, सर्राफा बाजार, दाल बाजार, जैन बाजार, हलवाई बाजार, महावीर जैन मार्ग, बाजार बस्ती राम, गेंडामल धर्मशाला, कुम्हार मंडी, पुराना सिविल अस्पताल चौक से होते हुए नौरंगराय सरोवर पर पहुंची और भगवान वामन के हिंडोलों को जल विहार करवाकर वापस उसी रास्ते से बड़ा ठाकुरद्वारा, राधे श्याम मंदिर, कलाल माजरी व नौहरियां मंदिर में दोबारा प्रतिष्ठित कर उत्सव संपन्न हो गया।

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