जयपुर की लघु चित्रकारी में जीवन चक्र और प्रकृति के संरक्षण का संगम
बहादुरगढ़, 28 अक्तूबर (निस)
सेक्टर-6 के सामुदायिक केन्द्र में नाबार्ड, प्राचीन कारीगर एसोसिएशन, रुडफ के सहयोग से चल रही 10 दिवसीय राष्ट्रीय कला और शिल्प उत्सव सह प्रदर्शनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली यह प्रदर्शनी रात 9 बजे तक चलती है। प्रदर्शनी में शिल्पकारों व बुनकरों की कलाकृतियों को लोग खूब पसंद करते हुए खरीददारी भी कर रहे हैं। शाम के वक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये भी कलाकार विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति की छटा बिखेर रहे हैं। स्कूली बच्चे भी हस्तशिल्प कलाकृतियों के बारे में शिल्पकारों व बुनकरों से जानकारी ले रहे हैं।
जयपुर से आए लघु चित्रकारी के राष्ट्रीय कलाकार हनुमान सैनी ने इस बार इंसानी जीवन के चक्र और उसमें प्रकृति की अहमियत को अपनी तूलिका से चित्रकारी में ढाला है। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का ब्राश मेटल आर्ट यानी पीतल की कलाकृतियां भी यहां पर लोगों का ध्यान खींच रही हैं। कलाकार अभिषेक पांडे ने बताया कि डेढ़ दशक से ज्यादा समय से वे इस कला से जुड़े हैं।