मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

जैन ग्रुप ने किया विपक्ष का सफाया

01:04 PM Jul 03, 2022 IST
Advertisement

जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 2 जुलाई

Advertisement

आखिरकार डेढ़ साल बाद पंजाब विश्वविद्यालय की सरकार को आज अपनी ‘कैबिनेट’ यानी सिंडिकेट मिल ही गयी। आज हुए चुनाव में पूर्व सांसद और सीनियर फेलो सत्यपाल जैन ग्रुप ने सिंडिकेट के सभी 15 सदस्यों को निर्विरोध जिताकर विरोधियों का सूपड़ा साफ कर एक नया इतिहास रच दिया। विरोधी खेमे ने इस बार चुनाव में न तो अपना कोई उम्मीदवार उतारा और न ही वे चुनाव में मतदान करने पहुंचे। गोयल एंड गोयल ग्रुप के दोनों दिग्गज अशोक गोयल और नवदीप गोयल पहले ही चुनाव प्रक्रिया से बाहर किये जा चुके हैं। इस बार कोई एडिड मैंबर भी नहीं था जिससे वोटरों की संख्या पहले के मुकाबले काफी कम थी। हर सीनेटर के पास दो मेजर और दो माइनर फैकल्टी हैं। कुछ सदस्य (फैकल्टीज फेलो) का चुनाव खारिज कर दिया गया था। इसी तरह से कालेज कांस्टीचुएंसी से भी तरुण घई के चुनाव को रद्द कर दिया गया था और पंजाब के दो विधायकों ने नाम भी अभी तक नहीं आये।

ये चुने गये सिंडिक

सत्यपाल जैन ग्रुप से कंबाइंड फैकल्टी से श्री जैन के अलावा प्रो. प्रशांत गौतम और नीरू मलिक, साइंसिज फैकल्टी से प्रो. एसएस सांगा, बीसी जोसन और प्रो. सविता गुप्ता को चुना गया। आर्ट्स फैकल्टी से डॉ. जयंती दत्ता, डॉ. रूपिंदर कौर और डॉ. जगतार सिंह को भी सर्वसम्मति से चुना गया। लॉ फैकल्टी से प्रो. देविंदर सिंह और देवेश मौदगिल, मेडिकल फैकल्टी से प्रो. हेमंत बतरा और प्रो. सुखबीर कौर, लैंग्वेज फैकल्टी से प्रो. योजना रावत और मुकेश अरोड़ा को भी निर्विरोध चुना गया।

एकेडमिक माहौल को देंगे प्राथमिकता : जैन

जीत के बाद सत्यपाल जैन ने कहा कि वे उन सभी सीनेटरों का आभार जताते हैं जिन्होंने सर्वसम्मति से सिंडिकेट के गठन में सहयोग किया। उन्होंने इसे नई शुरूआत बताते हुए कहा कि पीयू के इतिहास में यह पहला मौका है जब सिंडिकेट में एक साथ छह महिलाएं पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि वे पीयू में एकेडिमक माहौल बनाने को प्राथमिकता देंगे और पीयू को नई ऊंचाइयों पर ले जायेंगे।

Advertisement
Tags :
ग्रुपविपक्षसफाया
Advertisement