जगाधरी एक लाख हेक्टेयर रकबे में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य
जगाधरी, 20 अक्तूबर (हप्र)
धान की फसल का उठान अंतिम चरण में पहुंच गया है। दीपावली तक इसके सिमटने की उम्मीद है। वहीं किसानों ने गेंहू बिजाई की तैयारी शुरू कर दी है। जगाधरी आदि इलाकों में करीब 70 फीसदी गेहंू की बिजाई पैड़ी से खाली हुए खेतों में होती है। वहीं सरकार ने इस बार जिले में एक लाख हेक्टेयर रकबे में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य रखा है। प्रदेश में यह लक्ष्य 25 लाख हेक्टेयर में बिजाई करना है। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि सरकार को डीएपी खाद की किल्लत का समाधान भी करना चाहिए। खाद के बिना किसानों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार इस बार जिला यमुनानगर में एक लाख हेक्टेयर में गेंहू की बिजाई कराने का सरकार लक्ष्य रखा है। यह पिछले साल से लगभग दस हजार हेक्टेयर ज्यादा है। वहीं जिला अंबाला में एक लाख, हिसार में दो लाख 40 हजार, फतेहबाद में एक लाख 90 हजार, सिरसा जिले में दो लाख 85 हजार, भिवानी में एक लाख, रोहतक में 1 लाख 10 हजार, झज्जर जिले में एक लाख, सोनीपत में 1 लाख 45 हजार, गुरुग्राम में 38 हजार, फरीदाबाद में 30 हजार, करनाल में एक लाख 90 हजार, पानीपत में 85 हजार, कुरुक्षेत्र में एक लाख 10 हजार, कैथल में एक लाख 85 हजार, पंचकुला में 20 हजार, जींद में 2 लाख दस हजार, महेंद्रगढ़ में 30 हजार, रेवाड़ी में 32 हजार, मेवात में 70 हजार, पलवल में एक लाख 5 हजार व जिला चरखी दादरी में 30 हजार हेक्टेयर रकबे में गेंहू बिजाई का इस बार सरकार ने लक्ष्य रखा है। कृषि विभाग की अधिकारी उषा का कहना है कि गेंहू के अलावा चना, जौं व दालों की बिजाई का लक्ष्य भी है।
क्या बोले किसान नेता : भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सुभाष गुर्जर का कहना है कि सरकार को डीएपी खाद का इंतजाम भी करना चाहिए। इन दिनों सरसों, बरसीम, आलू व गन्ने की बिजाई चल रही है। जल्द ही गेहंू की बिजाई शुरू होने वाली है, लेकिन प्रदेश में डीएपी खाद का संकट है।