मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

अंतिम दिन बैडमिंटन में बरसा सोना

12:32 PM Aug 09, 2022 IST

बर्मिंघम, 8 अगस्त (एजेंसी)

Advertisement

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन ने सोमवार को यहां फाइनल में जीत दर्ज करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता का क्रमश: महिला और पुरुष एकल का स्वर्ण पदक जीता, जबकि सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी भी पुरुष युगल में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने सोमवार को अपनी तीनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते।

लक्ष्य सेन। -प्रेट्र

सिंधू ने कनाडा की मिशेल ली को 21-15, 21-13 से हराकर 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में उनके खिलाफ मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। दो युवा खिलाड़ियों के बीच हुए पुरुष एकल फाइनल में दुनिया के 10वें नंबर के खिलाड़ी और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए दुनिया के 42वें नंबर के मलेशियाई खिलाड़ी एनजी टीजे योंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। बाइस साल के योंग के खिलाफ 20 साल के लक्ष्य की यह लगातार तीसरी जीत रही। सात्विक और चिराग की दुनिया की सातवें नंबर की जोड़ी ने पुरुष युगल फाइनल में बेन लेन और सीन वेंडी की इंगलैंड की दुनिया की 19वें नंबर की जोड़ी को 21-15, 21-13 से हराया। सोमवार को 3 स्वर्ण जीतने से पहले मिश्रित टीम के रजत पदक के अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीता था।

Advertisement

200 स्वर्ण जीतने वाला चौथा देश

पीवी सिंधू की जीत के साथ ही भारत राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में 200 स्वर्ण पदक हासिल करने वाला चौथा देश बन गया। बर्मिंघम खेलों में 22 गोल्ड के साथ भारत के कुल स्वर्ण पदकों की संख्या 203 हो गयी है।

हाकी में नहीं टूटा आस्ट्रेलिया का तिलिस्म आस्ट्रेलिया का वर्चस्व तोड़ने का भारत का सपना अधूरा ही रहा और एकतरफा फाइनल में विश्व चैम्पियन टीम के हाथों 0-7 की शर्मनाक हार के बाद उसे रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। लीग चरण में अपराजेय और पूल में शीर्ष भारतीय टीम बिल्कुल फॉर्म में नहीं दिखी। राष्ट्रमंडल खेलों में 1998 में हॉकी को शामिल किये जाने के बाद से सभी 7 स्वर्ण आस्ट्रेलिया ने जीते हैं। भारत ने 2010 में दिल्ली और 2014 में ग्लास्गो में रजत पदक ही जीता था।

टेबल टेनिस में शरत ने स्वर्ण और साथियान ने कांस्य जीता

अचंता शरत कमल। -प्रेट्र

भारत के अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष एकल स्पर्धा के फाइनल में सोमवार को यहां इंगलैंड के लियाम पिचफोर्ड को 4 -1 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस स्पर्धा का कांस्य साथियान ज्ञानशेखर ने जीता। शानदार लय में चल रहे 40 साल के शरत ने उम्र को धता बताते हुए रैंकिंग में अपने से बेहतर खिलाड़ी के खिलाफ पहला गेम गंवाने के बाद वापसी करते हुए 11-13, 11-7, 11-2, 11-6, 11-8 से जीत दर्ज की। शरत की विश्व रैंकिंग 39वीं है जबकि पिचफोर्ड 20वें स्थान पर काबिज हैं। इससे पहले साथियान ने इंगलैंड के पॉल ड्रिंकहाल को हराकर टेबल टेनिस पुरुष एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। एकल रैंकिंग में 35वें स्थान पर काबिज साथियान ने शुरुआती तीन गेम जीत कर शानदार शुरुआत की लेकिन रैंकिंग में 74वें स्थान वाले खिलाड़ी ड्रिकहॉल ने शानदार वापसी करते हुए मुकाबला 3-3 से बराबर कर लिया। निर्णायक सातवां गेम भी बेहद करीबी रहा। साथियान ने इस रोमांचक मुकाबले को 11-9, 11-3, 11-5, 8-11, 9-11, 10-12, 11-9 से अपने नाम किया।

सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी। -प्रेट्र

भारत 22 स्वर्ण जीतकर चौथे स्थान पर

देश स्वर्णरजतकास्यकुल
आस्ट्रेलिया675754178
इंग्लैंड576653176
कनाडा26323492
भारत22162361
न्यूजीलैंड20021749
Advertisement
Tags :
अंतिमबैडमिंटन