हार का ठीकरा किसी पर फोड़ना ठीक नहीं, मंथन जरूरी : भुक्कल
झज्जर, 12 अक्तूबर (हप्र)
विधानसभा चुनाव परिणामों को लेकर प्रदेश कांग्रेस में उठ रहे सवालों पर पूर्व मंत्री और झज्जर की नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि यह समय किसी के सिर हार का ठीकरा फोड़ने का नहीं है। यह समय केवल मंथन का है। सभी को इस दिशा में मंथन करने की जरूरत है। कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए हर किसी ने संघर्ष किया है। न तो कुमारी सैलजा के और न ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के संघर्ष को भुलाया जा सकता है। सैलजा और हुड्डा ने सभी को साथ लेकर सड़क से संसद तक और सड़क से विधानसभा तक लड़ाई लड़ी है। भुक्कल यहां झज्जर में प्राचीन रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव में भाग लेने के बाद मीडिया से बात कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि माहौल कांग्रेस के पक्ष में था। कांग्रेस की सरकार बन रही थी। व्यापारी, कर्मचारी, किसान, गरीब, दलित, कमेरा वर्ग हर कोई कांग्रेस की सरकार बना रहा था। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि सरकार भाजपा की बनने जा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं न कही कुछ तो गड़बड़ है।
भुक्कल ने भी अपनी पार्टी के सुर में सुर मिलाते हुए ईवीएम मशीन की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांंग्रेस ने इस बारे में चुनाव आयोग को अपनी शिकायत दी है। चुनाव आयोग का भी फर्ज बनता है कि वह भाजपा की ए और बी टीम बनकर काम न करे, बल्कि तुरंत संज्ञान ले। भुक्कल ने कहा कि वह और उनकी पार्टी इसलिए दुखी है कि जनमत होते हुए भी कांग्रेस की सरकार नहीं बन रही है, लेकिन यह भी कटु सत्य है कि भाजपा में भी एक ऐसा खेमा है, जो वह भी भाजपा की सरकार बनने से कतई खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा पर हर वर्ग का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि उसने दलितों और किसानों के साथ-साथ अन्य वर्ग के हित में क्या किया। दशहरा उत्सव पर आमजन को बधाई देते हुए भुक्कल ने कहा कि हम सभी को बुराइयां खत्म करने का संकल्प दशहरा उत्सव पर लेना चाहिए। प्राचीन रामलीला कमेटी की तरफ से यहां बहादुरगढ़ रोड़ स्थित रामलीला ग्राउंड में दशहरा उत्सव का आयोजन किया गया था।