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डेंगू-मलेरिया का मौसम है सावधान रहें, जानकार बनें

01:58 PM Aug 28, 2021 IST

हर साल बारिश में अनेक लोग डेंगू से पीड़ित हो जाते हैं। मच्छरों की वजह से बरसात में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियां फैलती हैं। जानकारी के अभाव की वजह से कई बार डर का माहौल भी बन जाता है। जैसे कि आजकल पूरी दुनिया में कोरोना ने भी कहर मचाया हुआ है। अगर किसी मरीज को बुखार आ रहा है तो मरीज समझ नहीं पा रहे हैं कि बुखार कोरोना की वजह से है या डेंगू मलेरिया की वजह से। इस संबंध में विस्तार से चर्चा से पहले मैं एक बात कहना चाहूंगी कि घबराइये मत। शरीर में जो बीमारी है उसका इलाज किया जा सकता है लेकिन अगर मन में कोई बात बैठ जाये तो उसका इलाज कर पाना बहुत मुश्किल है। इसलिए घबराहट से काम खराब होगा। सावधान रहें और जानकार बनें।

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डेंगू क्या है

डेंगू एक वायरल बुखार है। यह बीमारी ‘एडीज इजिप्टी’ नाम के मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर दिन के समय काटता है। इसका मतलब यह है कि अगर कोई डेंगू रोगी है, उसे कोई इस प्रजाति का मच्छर काटता है वही मच्छर अगर किसी सामान्य व्यक्ति को काटे तो उस सामान्य व्यक्ति को भी डेंगू हो जाता है। डेंगू बुखार होने पर खून में से प्लेटलेट‍्स कम हो जाते हैं। प्लेटलेट‍्स का मुख्य रोल होता है शरीर में कहीं भी खून का बहाव होने लगे तो उसे रोकना। यानी ब्लड क्लॉटिंग में प्लेटलेट‍्स सेल का काम होता है। अगर प्लेटलेट्स की मात्रा बहुत कम हो जाये तो आपके शरीर में कहीं भी रक्त स्राव हो सकता है। यही रक्तस्राव व्यक्ति को कमजोर बना देता है।

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लक्षण : प्लेटलेट‍्स के कम होने से सिर दर्द, तेज बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते, पेट में दर्द, उल्टी, चक्कर, भूख कम लगना, नाक या मसूड़ों में से खून आना। डेंगू के मच्छर के काटने के 4-5 दिन बाद इसके लक्ष्ण दिखने लगते हैं।

रोकथाम एवं बचाव

सबसे पहले जरूरी है कि आप अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें। घर से बाहर जाते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें। सोते समय मच्छरदानी या मच्छररोधी कॉइल आदि का प्रयोग करें। पूरी कोशिकश करें कि घर के आसपास मच्छर न पनप पाएं। इसके लिए छतों पर टूटे गमले, टायर, प्लास्टिक की वस्तुएं जिनमें पानी इकट‍्ठा होता हो, उन्हें नष्ट कर दें। किचन में खाद्य पदार्थों को ढक कर रखें। खिड़की और दरवाजों को बंद रखें ताकि यदि कोई मच्छर घर में न आने पाए। कूलर, प्लांटर्स, स्टोरेज और पालतू जानवरों के कटोरे में बार-बार पानी बदलते रहें। जितना संभव हो बारिश के पानी से दूर रहें। अपने हाथों को 20 सेकेंड के लिए नियमित रूप से धोयें। हर कुछ घंटों बाद गर्म पानी पीयें।

डेंगू का इलाज

ध्यान रहे कि डेंगू वायरस से निपटने के लिए अभी कोई दवाई नहीं बनी है। एेसे में हम घर पर भी इसका इलाज कर सकते हैं। यदि प्लेटलेट्स कम हो जायें और डेंगू की शिकायत हो तो कुछ उपाय घर पर ही कर सकते हैं। जैसे- पपीते के पत्ते का रस दिन मे दो बार पीएं। अनार का उपयोग करें। इसके अलावा नारियल खायें या नारियल पानी पीयें। संभव हो तो बकरी का दूध लें। मिल सके तो कीवी फल खायें। सबसे अहम बात है कि हाइड्रेशन का ध्यान रखें। साफ और उबला पानी पीते रहें। और अंत में एकदम जरूरी बात डेंगू से डरें नहीं, सचेत रहें। दिक्कत होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

डाॅ. रजनी अरोड़ा

(फिजीशियन एवं गायनोकोलोजिस्ट)

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