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मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में ही रहने के निर्देश

08:06 AM Jul 10, 2023 IST
समराला में रविवार को बाढ़ में फंसे लोगों को किश्ती में बैठा कर बचाते प्रशासन का अमला।- निस

राजीव तनेजा/निस
चंडीगढ़, 9 जुलाई
पंजाब में दो दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते राज्य में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इसे देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में ही रहने और इस संकट में जरूरतमंदों से संपर्क बनाने के लिए कहा है। स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों के जीवन और संपत्ति की रक्षा हेतु बाढ़ की रोकथाम के लिए एक व्यापक कार्य योजना लागू की जाए। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री, विधायक और अधिकारी अपने क्षेत्र के लोगों के बीच जाएं और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें जल्द से जल्द राहत मिले। भगवंत मान ने कहा कि उपायुक्त (डीसी) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को अपने-अपने जिलों में राहत कार्य में तेजी लानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निचले इलाकों, खासकर नदियों के आसपास के इलाकों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है और किसी जरूरी काम के लिए ही घरों से बाहर निकलने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है, लेकिन राज्य सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मंत्री और विधायक निचले और बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। इस बीच, राज्य के सभी जिलों में उपायुक्तों ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।
बाढ़ में घिरे 22 लोगों को प्रशासन ने बचाया
समराला (निस) : दो दिन से हो रही भारी बरसात के कारण पूरा इलाका जलमग्न हो गया है। जहां शहर की गलियों, सड़कों पर जल भराव के कारण बरसात का पानी लोगों के घरों व दुकानों में घुस गया है वहीं देहात के खेतों में खड़ा पानी नदी का दृश्य पेश कर रहा है। स्थानीय मुख्य बाजार, डब्बी बाजार और गुरू नानक रोड ने भारी बरसात के कारण नदी का रूप धारण कर लिया। व्यापारियों की दुकानों में सीवरेज का गंदा पानी घुसने से दुकानों में पड़ा सामान बर्बाद हो गया। भारी वर्षा के कारण गावों की लिंक सड़कें टूट गई हैं। किसानों की हाल ही में रोपी धान की फसल जलमग्न हो गई है। इससे हजारों एकड़ ताजा रोपी फसल के तबाह होने का अनुमान है। प्रशासन ने माछीवाड़ा के पास गांव सैंसोवाल खुर्द से 5 महिलाओं और 4 बच्चों सहित 22 लोगों को त्वरित कार्रवाई कर बचाया। पता चला है कि ये लोग नदी के पार दूसरी तरफ सुबह खेतों में धान की रोपाई करने गए थे। इस बीच भारी बरसात शुरू हो गई और ये सभी लोग सतलुज दरिया का जल स्तर बढ़ने से पानी में घिर गए। ज्यों ही प्रशासन को पता चला तो तुरंत एक विशेष किश्ती का प्रबंध कर इन लोगों को बचाकर वापस गांव धुल्लेवाल लाया गया। इसी तरह से करीब 10-11 प्रवासी मजदूर, जिन्होंने नदी किनारे अपना बसेरा किया हुआ था, भी बाढ़ के कारण अपना ठिकाना खो बैठे। ये लोग रात को अपनी झुग्गियों में सोए हुए थे तो नदी का पानी बढ़ने पर बाढ़ में घिर गए। प्रशासन की मदद से एनडीआरएफ की टीमों ने उनका बचाव किया। इस अवसर पर विधायक जगतार सिंह दयालपुरा, कुलदीप बावा एसडीएम और वरियाम सिंह खैहरा सारे प्रबंधों का मुआयना करने के लिए मौके पर मौजूद रहे।

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मीत हेयर ने किया मूनक क्षेत्र में घग्गर नदी का निरीक्षण
संगरूर (निस) : पंजाब के जल संसाधन मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने रविवार को कहा कि पंजाब में लगातार बारिश के कारण जलाशयों में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर जल संसाधन विभाग किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। कैबिनेट मंत्री ने मूनक में कई स्थानों पर घग्गर नदी के तटों का दौरा करते हुए कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मंत्री ने जब घग्गर में मूनक-टोहाना पुल और मकरौड़ साहिब के बांधों का दौरा किया तो उनके साथ विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ उपायुक्त संगरूर जितेंद्र जोरवाल और एसडीएम सूबा सिंह भी थे।
राजपुरा बना झील
राजपुरा (निस) : राजपुरा के शहरी इलाके में वर्षा ने पिछले लगभग तीन दशकों के रिकार्ड तोड़ते हुये पूरे शहर को जलमग्न कर दिया। इससे बाजार व मोहल्ले झील का रूप धारण कर गये। टाउन की कृष्णा मार्किट, सुभाष मार्किट, बांस बाजार ,साइकिल मार्किट आदि की कई दुकानों में वर्षा का पानी भर गया जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। कई इलाकों मेें वर्षों पुराने पेड़ गिरने का समाचार है।

पंजाबी यूनिवर्सिटी की आज होने वाली परीक्षाएं रद्द
संगरूर (निस) : पंजाब में भारी बारिश के चलते सरकार ने 10 जुलाई को छुट्टी की घोषणा की है। वहीं, सरकार के फैसले के बाद ही पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने भी छुट्टी की घोषणा कर दी है। यूनिवर्सिटी के एग्जामिनेशन कंट्रोलर ने पत्र जारी कर 10 जुलाई को होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की है। इस पत्र में जिक्र किया गया है कि 10 जुलाई को होने वाली परीक्षा की अगली तारीख जल्द ही पंजाबी यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। जो परीक्षाएं रद्द हुई हैं, उनमें एमटेक कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग सेमेस्टर 3 का एडवांस डाटा माइनिंग एंड एनालिसिस पेपर, बीए, बीएड, बीएससी, बीएड के सेमेस्टर 4 का पेपर-1 और बीए, बीएड, बीएससी सोशियोलॉजिकल प्रॉस्पेक्टिव एंड एजुकेशन का पेपर शामिल हैं।
सेना से मदद मांगी, दो जिलों में स्कूल बंद
मोहाली (निस) : पंजाब में भारी बारिश की वजह से रोपड़ और नवांशहर में हालात बिगड़ने के चलते कल सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। मोहाली में भी हालात बेकाबू होने लगे हैं। यहां दिनभर 6 एनडीआरएफ़ की टीमों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। अब पंजाब सरकार ने सेना से मदद मांगी है। पंजाब के गृह सचिव ने चंडीमंदिर स्थित सेना की पश्चिमी कमान को चिट्ठी लिखकर राहत व बचाव में सहायता के लिए कहा है। उधर जालंधर जिले के शाहकोट उपमंडल में 50 गांव खाली कराए जा रहे हैं। मोहाली के एयरपोर्ट रोड पर 300 घरों में बारिश का पानी घुस गया है। एयरपोर्ट रोड पर राधा स्वामी परिसर की दीवार और फेज-3बी2, फेज-7 और गांव मटोर में भी लगभग यही हालात हैं। मोहाली के फेज-2 और फेज-11 में लोगों के घरों के अंदर पानी घुस गया है। कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन का साथ दें।

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