नवाचार व कौशल निर्माण आत्मनिर्भरता को देता है बढ़ावा : गुप्ता
भिवानी, 18 अक्तूबर (हप्र)
भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और बढ़ावा देने के लिए शिल्पकारी छात्राओं का अनूठा योगदान रहा है। इसी के तहत शुक्रवार को एक दिवसीय शिल्पकारी प्रदर्शनी स्थानीय आदर्श महिला महाविद्यालय में शुरू हुई। प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता व विशिष्ट अतिथि आदर्श महिला महाविद्यालय प्रबंध समिति के महासचिव अशोक बुवानीवाला द्वारा किया गया।
शिवरतन गुप्ता ने कहा कि नवाचार व कौशल निर्माण सुदढ़ उद्यमशीलता के महत्वपूर्ण घटक हैं जो आज प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राओं ने प्रदर्शित किए। महाविद्यालय में लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राओं को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने का मंच प्रदान किया गया है। छात्राओं द्वारा बनाए गए उत्पाद अत्यंत ही सराहनीय हैं। बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट का उचित प्रयोग छात्राओं द्वारा किया गया है।
अशोक बुवानीवाला ने कहा- भारत की समृद्ध विरासत को शिल्पकारी छात्राओं के माध्यम से एक मंच पर साथ लाना वास्तव में सराहनीय पहल है। यहां प्रदर्शित ‘आर्टवर्क’ की विविधता हमारे देश को परिभाषित करने वाली शिल्पकला का सच्चा उत्सव है।
महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मितल ने कहा कि आज के समय में छात्राओं को उद्यमशीलता की दिशा में बढ़ाने के लिए यह महाविद्यालय की अनूठी पहल है।
प्रदर्शनी में छात्राओं ने पूर्ण रूप से प्राकृतिक व वेस्ट पदार्थाें का प्रयोग करते हुए लगभग 3000 उत्पाद निर्मित किए। जिसमें मुख्यतः गृह साज-सज्जा सामग्री, प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन, टाई एंड डाई की साडियां व सूट, चाद्दरें, पेंटिंग व कढ़ाई-बुनाई के उत्पाद इत्यादि रहे। प्रदर्शनी में जिले के गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत कर छात्राओं का मनोबल बढ़ाया।