मासूम इबादत को बचाना है, इलाज के लिए 14.5 करोड़ जुटाना है
चंडीगढ़, 10 जून (ट्रिन्यू)
मासूम इबादत को एक ऐसी गंभीर बीमारी ने जकड़ा है, जिसका इलाज कराना आसान नहीं है। इबादत एक जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (एसएमए) टाइप-1 की जन्मजात बीमारी से ग्रसित है। इस बीमारी की चपेट में आने वाले बच्चे बिना सहारे के बैठ नहीं सकते। सांस लेने में दिक्कत होती है। खाना खाने और निगलने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इनकी उम्र भी 2 वर्ष से अधिक नहीं हाेती। इबादत का इलाज इस समय पंजाब के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पंजाब में चल रहा है। इस बीमारी से निजात पाने के लिए इबादत को साढ़े 14 करोड़ रुपए का इंजेक्शन लगना है। इतना महंगा इंजेक्शन खरीदना इबादत के पिता सुखपाल सिंह के लिए असंभव है। इन दिनों वह अपनी बच्ची को बचाने के लिए इम्पैक्ट गुरु के साथ धन जुटा रहे हैं। इसके अलावा वह दूसरे लोगों से भी सहयोग मांग रहे हैं। यदि आप इबादत की जान बचाना चाहते हैं तो लोग दान कर सकते हैं। सुखपाल सिंह का कहना है कि लंबा जीवन जीना हर बच्चे का अधिकार है, लेकिन वह लोगों के सहयोग के बिना अपनी बेटी को इंजेक्शन नहीं लगवा सकते।