भारतीय ज्ञान परंपरा विश्व में बेजोड़ : लेफि्टनेंट वीरेंद्र
महेंद्रगढ़, 22 अक्तूबर (हप्र)
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में आयोजित दक्षता विकास कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के सहआचार्य लेफ्टिनेंट डॉ. वीरेंद्र पाल विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा हर समस्या का समाधान उपलब्ध करवाने में सक्षम है, जो मानवता तथा समाज की उन्नति के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अगर हम भारतीय धर्म, ग्रंथों, गीता और पुराण आदि को पढ़ने से हमारी सोच विस्तारित होगी। कुलपति ने कहा कि लेफ्टिनेंट डॉ. वीरेंद्र पाल का भारतीय ज्ञान परंपरा पर काफी गहन और विस्तारित कार्य है। इसका लाभ दक्षता कार्यक्रम के प्रतिभागियों को अवश्य होगा।
आयोजन की शुरुआत में कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रवीण और डॉ. कुमार ने विशेषज्ञ का स्वागत किया।
विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट डॉ. वीरेंद्र पाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा पर व्याख्यान देते हुए कहा कि भारतीय ग्रंथों में समाज की एकता और भाईचारे का संदेश दिया गया है। उसमें हर समस्या का हल है।
उन्होंने कहा कि पुरातन समय में हमारे यहां तक्षशिला, नालंदा जैसे महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान थे। आयोजन के अंत में प्रो. रविंद्र पाल अहलावत और प्रो. जेपी भुक्कर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।