टिकट दावेदारों को दिल्ली तलब कर प्रभारी ले रहे ‘इंटरव्यू’
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 31 जुलाई
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अभी तक 2000 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। आवेदन चूंकि 10 अगस्त तक होने हैं। ऐसे में इनकी संख्या तीन हजार के लगभग हो सकती है। इससे पहले लोकसभा चुनावों में भी टिकट के लिए आवेदन करवाया गया था। लेकिन उस समय किसी तरह की फीस नहीं थी।
पार्टी द्वारा जब फीस के साथ आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई तो उसी दौरान प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी प्रदेश को तीन जोन में बांटकर हर जोन के लिए अलग से ईमेल एड्रेस पब्लिक किया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम लिखे पत्र में उन्होंने टिकट के दावेदारों नेताओं को कहा था कि वे पार्टी मुख्यालय में फार्म जमा करवाने के साथ-साथ उनके पास भी संबंधित जोन से जुड़ी ईमेल पर आवेदन भेजें। इसी के तहत वे टिकट के दावेदार नेताओं को बुलाकर उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
अब 10 तक कर सकेंगे आवेदन
कांग्रेस ने विधानभा चुनाव की टिकट के लिए आवेदन की तारीख 10 अगस्त तक बढ़ा दी है। तीन जुलाई से आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई थी और 31 जुलाई आवेदन की आखिरी तारीख तय की गई थी। बुधवार तक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में विधानसभा की नब्बे सीटों के लिए 2000 से अधिक आवेदन आ चुके हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान का कहना है कि पार्टी के पास कई हलकों से यह रिपोर्ट आई थी कि अभी और भी आवेदन आ सकते हैं। इसी के चलते 10 अगस्त तक आवेदन लेने का फैसला लिया है।
विधायकों के लिए भी अनिवार्य
पार्टी यह पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि टिकट के लिए मौजूदा विधायकों को भी आवेदन करना होगा। 20 के करीब विधायकों द्वारा अभी तक आवेदन किया जा चुका है। आमतौर पर कांग्रेस में सिटिंग-गैटिंग का फार्मूला चलता है लेकिन इस बार सभी मौजूदा विधायकों को टिकट मिलने के आसार नहीं हैं। कई विधायकों की टिकट पर तलवार है। ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी को मिले फीडबैक के हिसाब से इन विधायकों के खिलाफ ग्राउंड पर लोगों में नाराजगी है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी दो-टूक कह चुके हैं कि पार्टी के प्रति वफादार और जिताऊ नेताओं को ही टिकट दिया जाएगा।
तीन एजेंसियां कर रही सर्वे
सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारों का चयन करने के लिए कांग्रेस द्वारा तीन एजेंसियों से अलग-अलग सर्वे करवाया जा रहा है। कर्नाटक में कांग्रेस के लिए सर्वे करने वाले सोनू कानूगोलू द्वारा लोकसभा की तरह इस बार हरियाणा में भी सर्वे किया जा रहा है। बताते हैं कि प्रदेश कांग्रेस द्वारा भी अपने स्तर पर सर्वे करवाया जा रहा है। इसी तरह से एक और प्राइवेट एजेंसी को प्रदेश की सभी नब्बे सीटों के सर्वे की जिम्मेदारी दी हुई है। तीनों रिपोर्ट का मिलान करने के बाद कांग्रेस प्रत्याशियों का चयन करेगी।