जलभराव, भूजल की कमी के हल के लिए मानव रचना की परियोजना का लोकार्पण
फरीदाबाद, 28 जून (हप्र)
स्मार्ट सिटी में जलभराव और भूजल की कमी की समस्या दूर करने के लिए मानव रचना सेंटर फॉर एडवांस वॉटर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) की ओर से पीडब्ल्यूडी बीएंडआर कॉलोनी सेक्टर-16 ए में संचालित शोध परियोजना का लोकार्पण किया गया। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की ओर से वित्त पोषित इस परियोजना को 70.12 लाख रुपये की लागत से पीडब्ल्यूडी की जमीन पर तैयार किया गया है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला उपायुक्त विक्रम सिंह और विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय भूजल बोर्ड के चेयरमैन सुनील कुमार शामिल हुए। इस दौरान मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला, एमआरईआई के डीजी डॉ. एनसी वाधवा, जल प्रौद्योगिकी सेल प्रमुख डॉ. प्रवीण अरोड़ा, सीएडब्ल्यूटीएम के चेयर प्रोफेसर डॉ. दीपांकर साहा, परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. ए मुखर्जी और सह प्रधान अन्वेषक डॉ. निधि डिडवानिया भी शामिल रहे।
जिला उपायुक्त ने इस परियोजना के लिए संस्थान को बधाई देते हुए कहा कि इसके सफल क्रियान्वन पर पूरे शहर के लिए योजना बनाई जाएगी। स्मार्ट सिटी में कई कारणों से जलभराव बड़ी परेशानी बना हुआ है। इसके लिए सभी की भागीदारी से उपाय तलाशे जा रहे हैं।
चेयरमैन सुनील कुमार ने कहा कि देश के कई शहरों में जलभराव और पानी की किल्लत विकराल रूप ले चुकी है। इससे निजात पाने के लिए डीएसटी ने मानव रचना के सहयोग से पहल की है जिससे भूजल स्तर बढ़ेगा।