For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

कुरुक्षेत्र के चुनावी महाभारत में गेहूं काटने, बोरी उठाने में लगे प्रत्याशी

09:55 AM Apr 19, 2024 IST
कुरुक्षेत्र के चुनावी महाभारत में गेहूं काटने  बोरी उठाने में लगे प्रत्याशी
पिहोवा में गेहूं की बोरी उठाने में लगे भाजपा प्रत्याशी नवीन जिन्दल। -निस
Advertisement

सुभाष पौलस्त्य/निस
पिहोवा, 18 अप्रैल।
कुरुक्षेत्र महाभारत युद्ध के कारण काफी प्रसिद्ध है। महाभारत युद्ध में न जाने कितने प्रकार के अस्त्र-शस्त्र तलवार, तीर-कमान का प्रयोग किया गया था। परंतु अब इस कुरुक्षेत्र में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर चुनावी महाभारत लड़ा जा रहा है। इस चुनावी महाभारत में महाभारत युद्ध की तरह किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्रों का प्रयोग नहीं किया जा रहा । इस चुनावी महाभारत में न तो आश्वासनों के तीर हैं और न ही वादों के तीर कमान। न ही किसी प्रकार की समस्याओं को लेकर समाधान करने के लिए तलवार व कवच है। इस चुनावी महाभारत में किसी भी प्रकार के कोई वादा समस्याओं का झंझट नहीं है। न ही किसी प्रकार से देश की बेरोजगारी शिक्षा स्वास्थ्य आदि को लेकर कोई समस्या व समाधान का वादा है।

पिहोवा में गेहूं काटने में लगे आप प्रत्याशी सुशील गुप्ता। -निस

कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर चुनाव बड़े अजीब ढंग से चल रहा है। जहां प्रत्याशी खेतों में किसानों के गेहूं काटकर वोट हथियाने का प्रयास कर रहे हैं तथा गेहूं की भरी हुई बोरी को कंधों पर लाद कर उसे वाहनों में डालकर मजदूरों की वोटों का प्रयत्न कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सुशील गुप्ता खेतों में गए तथा उन्होंने किसानों के साथ मिलकर गेहूं काटी। यह दीगर बात है कि अपने वास्तविक जीवन में उन्होंने कभी गेहूं काटी ही न हो। परंतु वोट हथियाने के लिए उन्होंने गेहूं की फसल काटी तथा फोटो खींचकर खूब वाहवाही बटोरी।
दूसरी ओर, भाजपा प्रत्याशी भी पीछे नहीं रहे। भाजपा प्रत्याशी व उद्योगपति नवीन जिंदल ने वोट हथियाने के लिए 50 किलो गेहूं से भरी बोरी उठाकर अपने कंधों पर रखी तथा मजदूरों के साथ जाकर उसे वाहन में लाद दिया।
फोटो खींची तथा मजदूरों के साथ वाहवाही लूटी। वोटों की फसल काटने का प्रयास किया। यह अलग बात है कि उन्होंने कभी जीवन में दो किलो वजन भी न उठाया हो। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के अंतर्गत पिहोवा विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार बड़े अजीब ढंग से चल रहा है।
चुनाव प्रचार कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें व चुनावी कार्यालय में भीड़ जुटाने तक ही फिलहाल चल रहा है।

Advertisement

Advertisement
Advertisement
Advertisement
×