प्रदेश के कई हलकों में कांग्रेस के बागी बने आप का सहारा
चंडीगढ़, 13 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन की बातचीत सिरे नहीं चढ़ने के बाद अकेले ही चुनाव मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी (आप) ने सभी नब्बे हलकों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस के कई बागी आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। अहम बात यह है कि 2019 के विधानसभा चुनावों में आप का हरियाणा में शर्मनाक प्रदर्शन रहा था। उस समय 46 सीटों पर चुनाव लड़ा था और इस बार पार्टी ने सभी नब्बे हलकों में उम्मीदवार खड़ा किए हैं।
वहीं दूसरी ओर, भाजपा व कांग्रेस के कुछ रूठे हुए नेता इनेलो-बसपा गठबंधन की टिकट पर भी चुनावी रण में डटे हैं। चुनावी प्रचार शुरू होने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलना, आप के लिए नई संजीवनी साबित होगा। 2019 के चुनावों में 46 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली आप को 0.48 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं नोटा के खाते में 0.53 फीसदी मत गया था। यानी नोटा से भी कम वोट शेयर आप का था।
2019 का लोकसभा चुनाव में आप ने तीन सीटों पर लड़ा था और उसे 0.36 फीसदी वोट मिले थे। ये आंकड़े निराशाजनक तो हैं, लेकिन इस बार के चुनाव में आप ने जिस तरह से उम्मीदवार उतारे हैं, उससे उसकी फिल्डिंग मजबूत मानी जा रही है। अहम पहलू यह भी है, 2019 में आप ने जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था, मगर गठबंधन में करारी हार के बाद आप ने जजपा के साथ गठजोड़ की गांठ को खोल दिया था। वहीं जजपा ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी, नतीजों के बाद जजपा किंगमेकर में रूप में उभरी थी और जजपा के सहयोग से ही भाजपा की दूसरी बार सरकार बनी थी।
2024 के विधानसभा चुनाव में आप ने सभी 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को उतारा है। आप को इस बार भाजपा-कांग्रेस के बागियों का खूब सहारा मिला है। भाजपा-कांग्रेस में टिकट न मिलने वाले दावेदारों को आप ने हाथों हाथ टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारकर वोट बैंक में सेंधमारी की प्लानिंग बनाई है।
आप ने कांग्रेस के 3 बागियों को दी टिकट
कांग्रेस से गठबंधन की बातचीत सिरे न चढ़ने पर आप ने धड़ाधड़ प्रत्याशियों की सूचियां जारी की। आप ने भाजपा छोड़कर पांच और कांग्रेस के 3 बागियों के साथ इनेलो के एक बागी को टिकट दी है। इनमें पूर्व में इनेलो के प्रवक्ता रहे रणबीर सिंह लोहान को नारनौंद से चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस छोड़कर आए प्रदीप जाटौली को पटौदी, कांग्रेस के बागी भीम सिंह राठी को रादौर, कांग्रेस छोड़कर आए आदर्शपाल गुर्जर को जगाधरी, भाजपा के बागी सुनील राव को अटेली, भाजपा के बागी छत्रपाल सिंह को बरवाला और भाजपा में 44 साल तक रहे कृष्ण बजाज को थानेसर से उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके जवाहर लाल को बावल से चुनाव मैदान में उतारा है।